पंजाब में बसों का संचालन फिर से रुक सकता है, जिससे आम लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 6 जनवरी (सोमवार) से तीन दिनों तक बस यात्रा की योजना बनाने वालों को इसे स्थगित करने की सलाह दी गई है, क्योंकि पीआरटीसी और पनबस यूनियन ने चक्का जाम की घोषणा की है। इससे पहले 30 दिसंबर को भी इसी तरह की हड़ताल के चलते बस सेवाएं ठप हो गई थीं, और अब ऐसी स्थिति दोबारा बन सकती है।
आर-पार की लड़ाई का फैसला
अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रही पीआरटीसी और पनबस यूनियन ने अब आप सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। यूनियन के नेता जोध सिंह ने बताया कि पहले कर्मचारियों ने केवल रोडवेज डिपो पर हड़ताल का निर्णय लिया था, लेकिन अब राज्य स्तरीय निर्देशों के तहत 6 जनवरी से पूरे पंजाब में तीन दिनों के लिए चक्का जाम किया जाएगा।
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मंत्रियों को दी गई चेतावनी
यूनियन नेताओं ने कहा कि वे कई बार मंत्रियों को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रख चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें केवल आश्वासन देकर वापस भेज दिया गया। अब उन्होंने सरकार की अनदेखी के खिलाफ तीन दिनों तक बस सेवाएं बंद रखने का निर्णय लिया है।
यूनियन ने अपनी मांगों में प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल किया है:
- समान वेतन और भत्ते: अनुबंध कर्मचारियों को स्थायी कर्मचारियों के समान वेतन और सुविधाएं दी जाएं।
- पेंशन योजना बहाल हो: पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू की जाए।
- नई भर्तियों में सुधार: भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
- अनुबंध कर्मियों की स्थायित्व: ठेका पर नियुक्त कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
- यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर इस बार भी उनकी मांगें अनसुनी की गईं, तो आंदोलन और व्यापक स्तर पर किया जाएगा।