Haryana Weather Today: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर आज हरियाणा, पंजाब, यूपी, दिल्ली एनसीआर और आसपास के राज्यों में देखने को मिल सकता है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ बारिश होने की भी संभावना है। मौसम रिपोर्ट्स की मानें तो हरियाणा के महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद 6 जिलों में बिपरजॉय का सबसे ज्यादा प्रभाव देखने को मिल सकता है।
मौसम विज्ञान विभाग ने 19 जून तक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर अलर्ट जारी किया है। तूफान को देखते हुए 18 जून से 20 जून तक येलो अलर्ट हरियाणा के कुछ इलाकों में है। इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती है। हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 20 जून तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान एक पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव तथा अरब सागर में बनने जा रहे चक्रवात के आंशिक प्रभाव से आने वाली नमी वाली हवाएं के कारण 17 जून रात्रि से 20जून के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाएँ तथा गरज चमक के साथ कहीं कहीं हल्की बारिश आने की संभावना है । इस दौरान राज्य में कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश की भी संभावना बन रही है। जिससे राज्य के तापमान में हल्की गिरावट आने की संभावना है।
#WATCH | Rajasthan: Udaipur witnesses Cyclone 'Biparjoy' impact; glass fell from the second floor, and a car was damaged#CycloneBiparjoy pic.twitter.com/7uoAHMLSnO
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 17, 2023
दिल्ली, यूपी के मौसम का हाल दिल्ली और यूपी के कुछ इलाकों में शुक्रवार शाम को बिपरजोय तूफान से नमी वाली भारी हवाएं और जम्मू-कश्मीर के ऊपर बने पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हुई, जिससे दोपहर के बाद एक और तेज गर्मी के साथ दिन का अंत ठंडा रहा। आगामी तीन दिनों (17 जून से 19 जून) में हल्की बूंदाबांदी और तेज हवाएं चलने की संभावना है। बाइपरजॉय और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से इस तरह का चक्रवाती तूफान आएगा। मौसम विभाग के मुताबिक लैंडफॉल करने के बाद चक्रवात की रफ्तार कम हो रही है. यह उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने से पहले दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम राजस्थान को प्रभावित करेगा। चक्रवात के कारण अगले चार दिनों तक राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश होगी। शुक्रवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अधिकांश केंद्रों में तापमान 40 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया।