पंजाब के पूंजी निवेश प्रोत्साहन तथा उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तरूणप्रीत सिंह सौंद ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए आश्वासन दिया है कि राज्य में किसी भी उद्योगपति को कोई समस्या नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का सपना है कि पंजाब औद्योगिक क्षेत्र में अग्रणी राज्य बने और पंजाब का उद्योग देश की मजबूत अर्थव्यवस्था में विशेष योगदान दे। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सरकारी योजनाओं, नीतियों और योजनाओं को उद्योग-अनुकूल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि समुद्री बंदरगाह से वंचित होने के बावजूद पंजाब राज्य (लैंडलॉक) औद्योगिक क्षेत्र में अच्छी प्रतिष्ठा प्राप्त कर रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान देश-विदेश की नामी औद्योगिक इकाइयों के साथ बैठकें कर पंजाब में ज्यादा से ज्यादा निवेश ला रहे हैं और ऐसे में आने वाले समय में कुशल युवाओं की मांग बढ़ेगी. पंजाब में रोजगार के अवसर बढ़ने से युवा विदेश जाने से कतराएंगे और पंजाब एक बार फिर तरक्की की नई इबारत लिखेगा।
पंजाब के तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा टाटा स्टील फाउंडेशन के साथ इलेक्ट्रिकल लैब और सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर के मौके पर सौंद ने कहा कि व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार पाने में मदद मिलती है। टाटा स्टील फाउंडेशन युवाओं को आईटीआई समराला और आईटीआई गिल रोड, लुधियाना में प्रशिक्षित करेगा ताकि ऐसे प्रशिक्षित युवाओं को उद्योगों में अच्छी नौकरी मिल सके।
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सौंद ने कहा कि आईटीआई व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है और टाटा स्टील द्वारा दिए गए प्रशिक्षण के बाद युवाओं को टाटा स्टील द्वारा लुधियाना में 115 एकड़ में स्थापित किए जा रहे प्लांट में नौकरी मिल सकेगी। यहां करीब 700 युवाओं को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि टाटा जैसी राष्ट्रीय कंपनी पंजाब की प्रगति में योगदान देगी और अधिक से अधिक पंजाबी लड़के-लड़कियों को रोजगार देगी। उन्होंने कहा कि टाटा भी भारतीय जीवन का अहम हिस्सा है.