हरियाणा में जल संकट की स्थिति से निपटने के लिए सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने अपने चंडीगढ़ स्थित आवास कार्यालय पर विभाग के उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में सिंचाई विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल व सिंचाई विभाग के ईआईसी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
श्रुति चौधरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला स्तर के सिंचाई विभाग के अधिकारियों से हर जिले की रिपोर्ट ली और हालातों से निपटने के लिए उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा की। मंत्री ने सभी जिला स्तर के अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि कैनाल से जलघरों व तालाबों को भरा जाए। जल संकट की इस घड़ी में कहीं भी किसी प्रकार की आम जनता को परेशानी ना हो। जहां से भी व्यवस्था बन रही है वहीं से जलघरों को भरने का काम करें। पंजाब सरकार की हठधर्मिता के चलते हरियाणा की आम जनता परेशान नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गर्मी के इस मौसम में जिला स्तर पर अधिकारी आम नागरिक से जल को सही तरीके से इस्तेमाल करने व व्यर्थ ना बहाने की अपील करें ताकि जनता पानी बचाने के प्रति जागरुक हो सके और हम मुश्किल हालातों से निपट सकें।
सिंचाई मंत्री ने उच्चाधिकारियों को हर जिले की स्थिति पर नजर बनाए रखने व पानी को लेकर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी जलघरों में पानी हो, सिंचाई विभाग की ओर से कोई ढिलाई ना बरती जाए। उन्होंने सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, रेवाड़ी, हिसार और रोहतक समेत प्रदेश के सभी जिलों में जल के उचित प्रबंधन के निर्देश दिए और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, शहरी स्थानीय निकाय विभाग समेत अन्य संबंधित विभागों से भी समन्वय रखने के निर्देश दिए ।
मंत्री ने बैठक में मॉनसून को लेकर भी चर्चा की व बाढ़ नियंत्रण से संबंधित सभी आवश्यक तैयारियों को जून के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए ।
मंत्री ने सिंचाई विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं पर भी अमल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां भी सिंचाई के लिए जल की आवश्यकता है वहां लघु सिंचाई व सूक्ष्म सिंचाई योजनाओं के जरिये कार्य किया जाए। समावेशी जल प्रबंधन हो व भू जल दोहन ना हो इस पर विशेष ध्यान रखा जाए।
उन्होंने कहा कि बीबीएमबी से पानी मिलने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है हमें उम्मीद है जल्द ही हरियाणा को उसके हिस्से का पानी उपलब्ध हो जाएगा।