रोहतक। रोहतक में बिजली निगम ने बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। लेकिन गांव में छापेमारी करना निगम के लिए किसी युद्ध से कम नहीं है। अक्सर गांवों के अंदर छापेमारी के दौरान कर्मियों को बंधक बनाने या फिर मारपीट करने के मामले सामने आते रहते हैं। अब रोहतक के गांव खिड़वाली में ग्रामीणों ने बिजली निगम के खिलाफ पंचायत कर नया फरमान जारी कर दिया है। पंचायत में ग्रामीणों का कहना था कि बिजली निगम के कर्मचारी व अधिकारी छापेमारी के नाम पर देर-सवेर घरों में घुस जाते हैं। घर में कई बार महिलाएं व बेटियां भी होती हैं। इस तरह घर में घुसना ठीक नहीं हैं।
छापेमारी व बिना अनुमति के घर में घुसने पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि आगे से बिजली निगम की टीम सरपंच या पंच आदि जन प्रतिनिधि को साथ लेकर ही छापेमारी के लिए आए। अगर बिजली निगम ऐसा नहीं करता है और ऐसे ही घरों में घुसेंगे तो जो निगम की टीम के साथ होगा, उसका जिम्मेदार वे खुद होंगे।
गांव खिड़वाली के सरपंच बिजेंद्र सिंह ने कहा कि हुड्डा खाप के प्रतिनिधि रामफूल हुड्डा के नेतृत्व पंचायत हुई है। जिसमें बिजली निगम की छापेमारी का ग्रामीणों ने विरोध किया। गांव के अधिकतर मीटर तो घरों के बाहर लगे हुए हैं, लेकिन फिर भी निगम की टीम घरों में घुसती है, जो गलत है। यहां तक कि लगभग पूरा गांव बिजली के बिल भी अदा करता है। अब वे किसी सूरत में बिजली निगम की मनमानी बर्दाश्त नहीं करेंगे।