मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने की ओर तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम (UPSIC) और इंडिया एसएमई फोरम के संयुक्त प्रयास से ‘उत्तर प्रदेश निर्यात वृद्धि अभियान (UPNVA)’ की शुरुआत की गई।
यह अभिनव प्रयास RAMP (Raising and Accelerating MSME Performance) योजना के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक अभियान का उद्देश्य राज्य के 500 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को सशक्त बनाना है। यह विशेष रूप से हस्तशिल्प, हथकरघा और होम डेकोर क्षेत्रों में पहली बार निर्यातक बनने में सहायता प्रदान करने पर केन्द्रित है।।
यह अभियान एक समग्र क्षमतावर्धन कार्यक्रम है, जो MSMEs की निर्यात क्षमता को साकार करने के लिए एक तीन-चरणीय संरचित प्रक्रिया अपनाता है। इसमें व्यावहारिक प्रशिक्षण और व्यक्तिगत मेंटरशिप, उत्पाद विकास, पैकेजिंग और ब्रांडिंग पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन, अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों से जुड़ाव और खरीदार डाटा तक पहुंच, ई-कॉमर्स मंचों का उपयोग और वैश्विक प्रदर्शनियों में भागीदारी तथा पहली बार निर्यातकों के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सहायता प्रमुख हैं। उत्तर प्रदेश निर्यात वृद्धि अभियान का लक्ष्य नवाचार, स्थिरता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार एक MSME इकोसिस्टम तैयार करना है। यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय व्यापार का गहन समझ देने के साथ-साथ एक मजबूत बायर-सेलर नेटवर्क तैयार करने में मदद करेगा, जिससे राज्य में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बल मिलेगा।
निर्यात में वृद्धि और एमएसएमई में वृद्धि हैं प्रगति के पूरक
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव (एमएसएमई) आलोक कुमार ने MSME क्षेत्र को मिल रही अभूतपूर्व प्राथमिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आप किसी भी ऐसे विकसित देश को देखेंगे जिसने 25–30 वर्षों में तेज़ी से प्रगति की है, वहां दो मुख्य स्तंभ देखने को मिलते हैं— पहला, उन्होंने निर्यात के क्षेत्र में अद्भुत प्रगति की है, और दूसरा, उनका MSME क्षेत्र अत्यंत सक्रिय और जीवंत रहा है। ये दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। वहीं, UPSIC के प्रबंध निदेशक राज कमल यादव ने कहा कि हम एक मजबूत और सहायक इकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हमारे उद्यमी वैश्विक बाज़ारों में प्रतिस्पर्धा कर सकें। उन्होंने विशेष रूप से UP MSME 1-Connect पोर्टल (msme1connect.up.gov.in) का उल्लेख किया, जो एक वन-स्टॉप समाधान है। इस पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन, सेक्टर आधारित सलाह, इंसेंटिव कैलकुलेटर, डीपीआर, और 155343 हेल्पलाइन जैसे सुविधाएं मिलती हैं। इस अवसर पर इंडिया एसएमई फोरम के अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि MSMEs राज्य के कुल निर्यात में लगभग 45% का योगदान करते हैं। जैसे ही D2C और ई-कॉमर्स निर्यात के नए अवसर खुलते हैं, यूपी के MSMEs को दुनिया के सामने अपनी रचनात्मकता दिखाने का अवसर मिलता है।
पैनल सत्र का भी हुआ आयोजन
मुरादाबाद के होटल हॉलिडे रिजेंसी में आयोजित इस शुभारंभ कार्यक्रम में “निर्यात को बढ़ावा देने हेतु इकोसिस्टम” और “वैश्विक प्रतिस्पर्धी निर्यात को सक्षम बनाना” विषय पर पैनल सत्र आयोजित किए गए, जिनमें DGFT, EXIM बैंक, इंडिया पोस्ट, EPCH और शिप ग्लोबल के विशेषज्ञों ने उपयोगी जानकारी साझा की। यह लॉन्च कार्यक्रम MSMEs को विशेषज्ञों और सरकारी प्रतिनिधियों से संवाद, नेटवर्किंग और हैंडहोल्डिंग सहायता प्रदान करने का एक उत्कृष्ट मंच रहा।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव (एमएसएमई एवं निर्यात विभाग) आलोक कुमार तथा उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम के प्रबंध निदेशक राज कमल यादव समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी व पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।