कश्मीर घाटी में हुर्रियत से जुड़े दो और समूहों जेएंडके तहरीक-ए-इस्तिकलाल और जेएंडके तहरीक-ए-इस्तिकामत ने अलगाववाद का रास्ता छोड़ दिया है। मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला किया है।
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने हुर्रियत से जुड़े दो और समूहों, J&K Tahreeqi Isteqlal और J&K Tahreek-I-Istiqamat, द्वारा अलगाववाद को त्यागने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्मित नए भारत में विश्वास जताने के निर्णय का स्वागत किया।
अमित शाह ने X प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कि मोदी सरकार के शासन में अलगाववाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है और एकता की जीत पूरे कश्मीर में गूंज रही है।
Another great news from Kashmir Valley.
Two more groups affiliated with the Hurriyat, namely J&K Tahreeqi Isteqlal and J&K Tahreek-I-Istiqamat, have discarded separatism and reposed their trust in the new Bharat built by PM Shri @narendramodi Ji.
Under the Modi government,…
— Amit Shah (@AmitShah) March 27, 2025