रोहतक। रोहतक में सूदखोरों का ऐसा मकड़जाल फैला है कि जो एक बार इसमें उलझ गया वह इससे बाहर नहीं निकल पाया। कई लोग इस जाल में उलझ कर अपनी जान तक गवां चुके हैं। फाइनेंसरों के दबाव में आकर एक युवक ने सुसाइड कर लिया। मंगलवार को उसका शव जेएलएन नहर में झज्जर के गांव पहाड़ीपुर से बरामद हुआ। शव की पहचान रोहतक की गोपाल कलोनी निवासी मोहित के रूप में हुई है। वह पिछले 4 दिन से लापता था। परिजनों ने आरोप लगाया है फाइनेंसरों के दबाव में आकर उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। उसने सूदखोरों से मामूली रकम ब्याज पर ली थी, लेकिन उन्होंने पहले 10 और फिर 12 लाख रुपए बना दिया। मोहित गांव धामड़ के सरकारी स्कूल में डी-ग्रुप का कर्मचारी था।
नागरिक अस्पताल में भाई के शव का पोस्टमार्ट कराने आए मृतक के भाई सचिन का कहना है कि उसका भाई 22 अप्रैल से लापता था। उसकी गुमशुदगी की रपट उन्होंने रोहतक में दर्ज करा दी थी। उसके भाई का शव पहाड़ीपुर के पास नहर से बरामद हुआ है। सचिन ने बताया कि उसके भाई पर आस-पड़ोस के कुछ फाइनेंसर दबाव बनाया हुए थे। इनमें कुछ महिलाएं भी शामिल है। 10-12 लाख रूपए का कर्ज उनके भाई पर फाईनेंसरों ने बना रखा है, जबकि मामूली रकम ही उसके भाई ने ले रखी थी। आए दिन उसके भाई को जान से मारने की धमकी दी जाती थी, जिसकी वजह से वह मानसिक तौर पर बहुत परेशान था।
सचिन ने बताया कि उसके भाई के शरीर पर चोट के भी निशान हैं। मृतक के भाई का यह भी कहना था कि कई फाईनेंसर तो उनके यहां पैसे यह कहकर मांगने आते थे कि तुम्हारी मां ने पैसे ले रखे है,वह तुम्हें देने पड़ेंगे। जबकि वह पैसे ले भी नहीं रखे थे। बेरी थाना से जांच अधिकारी पवन का कहना है कि मृतक 22 अप्रैल से लापता था। उसका शव जेएलएन से बरामद हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। शव का पोस्टमॉर्टम नागरिक अस्पताल में कराया जा रहा है।