Tuesday, June 17, 2025
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परिवहन मंत्री अनिल विज बोले- यदि हम तकनीक के साथ नहीं चलेंगे तो दुनिया में पिछड़ जाएंगे

हरियाणा के परिवहन मंत्री  अनिल विज ने कहा कि डिजिटल पहल के अंतर्गत सारे देश में योजनाओं का डिजिटलीकरण किया जा रहा है क्योंकि यदि हम तकनीक के साथ नहीं चलेंगे तो दुनिया में पिछड़ जाएंगे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि हरियाणा में परिवहन क्षेत्र को तकनीक/डिजिटलीकरण के सहारे आगे बढ़ाया जा रहा है और भ्रष्टाचार पर नकेल कसने का पूरा प्रयास किया जा रहा है ताकि लोगों को सुगम रूप से परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।

विज ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए हरियाणा में फोर-ई अर्थात शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और पर्यावरण एवं आपातकाल पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है।

विज चण्डीगढ में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा आयोजित की जा रही दो दिवसीय परिवहन क्षेत्रीय कार्यशाला के उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर केन्द्रीय मंत्रालय सहित 12 राज्यों के प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यशाला में केन्द्रीय मंत्रालय व एनआईसी सहित हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, दिल्ली तथा चण्डीगढ के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

परिवहन प्रणाली को नियंत्रित करने व पारदर्शी बनाने के लिए तकनीक पर पूर्णतः उतरना होगा

परिवहन मंत्री श्री विज ने हाल ही में भारत-पाकिस्तान के युद्ध तथा वर्तमान में ईरान व इजराइल युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि आज के युग में युद्ध भी तकनीक के आधार पर लडा जाता है। इसका बेहतरीन नमूना हाल ही में भारत की ब्रहमोस मिसाइल का है जिसने पाकिस्तान में जाकर सटीक निशाने लगाए है। इसी प्रकार, ईरान में इजराइल ने तकनीक का सहारा लेते हुए ईरान के न्यूक्लियर वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है। इसी तरह, परिवहन प्रणाली को नियंत्रित करने व पारदर्शी बनाने के लिए तकनीक पर पूर्णतः उतरना होगा ताकि हमें यह पता रहे कि कौन सी गाड़ी किस प्रदेश में किस जगह पर किसी स्पीड से जा रही है।

हमें तकनीक का सहारा लेकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लानी है

विज ने कहा कि हमें तकनीक का सहारा लेकर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लानी है ताकि लोगों की कीमती जान को बचाया जा सकें। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों में वाहनों की बढ़ती संख्या व वाहन यातायात में अभूतपूर्व वृद्धि के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में भी चिंताजनक वृद्धि हुई है। इससे न केवल परिवारों की आजीविका पर असर पडता है बल्कि इनसे दुख और पीड़ा के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी होता है। इसलिए सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

विज ने कहा कि देशभर में एक जनवरी, 2023 से 31 मार्च, 2025 तक 10 लाख से अधिक सडक दुर्घटनाएं घटित हुई हैं जबकि हरियाणा में इस अवधि के दौरान 23 हजार से अधिक सडक दुर्घटनाएं घटित हुई है।

हमें सिस्टम को पुख्ता करने के लिए तकनीक का सहारा लेना होगा ताकि मानव हस्तक्षेप को खत्म किया जा सकें

पिछले दिनों अखिल भारतीय परिवहन मंत्रियों की कॉन्फ्रेंस का जिक्र करते हुए श्री विज ने कहा कि इस कान्फ्रेंस के दौरान परिवहन क्षेत्र में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए कई कदम उठाने का निर्णय लिया गया । उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए हमें सिस्टम को पुख्ता करने के लिए तकनीक का सहारा लेना होगा ताकि मानव हस्तक्षेप को खत्म किया जा सकें। उन्होंने अपने गृह मंत्री रहते हुए कार्यकाल में डायल 112 के क्रियान्वयन का जिक्र करते हुए कहा कि उनके गृह मंत्री के कार्यकाल के दौरान डायल 112 को क्रियान्वित किया गया और लगभग आठ मिनट में डायल 112 की गाडी दुर्घटना स्थल पर पहुंच जाती थी क्योंकि हमारी पहली डयूटी लोगों की जान बचाना है।

प्रत्येक जिले में ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान स्थापित किए जाएंगें

उन्होंने कहा कि ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (प्क्ज्त्) के अंतर्गत हम व्यापक ड्राइविंग प्रशिक्षण प्रदान करके, जिम्मेदार ड्राइविंग व्यवहार को बढ़ावा देना चाहते हैं ताकि यातायात संबंधी दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। इस उद्देश्य से राज्य के प्रत्येक जिले में ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान स्थापित किए जाएंगें। वर्तमान में रोहतक, बहादुरगढ़ (झज्जर), करनाल और कैथल में 4 आईडीटीआर संचालित हैं। इसके अलावा, भिवानी में आईडीटीआर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और शीघ्र ही इसे चालू कर दिया जाएगा।

इसके अलावा, नूंह और फरीदाबाद में आईडीटीआर की स्थापना के लिए एक सामान्य वास्तुकार सलाहकार का चयन किया गया है और गुरुग्राम में क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (आरडीटीसी) की स्थापना के लिए संशोधित लेआउट योजना को सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है। शेष जिलों में आईडीटीआर की स्थापना का कार्य विभाग के विचाराधीन है।

लोगों के जीवन को सरल बनाने के लिए नई तकनीक और डाटा का उपयोग जरूरी: वी. उमाशंकर

भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव  वी. उमाशंकर ने कहा कि हमारा लक्ष्य वर्ष 2030 तक सड़क दुघर्टनाओं के मामलों में 50 प्रतिशत की कमी लाना है। हम डाटा और नई तकनीक के माध्यम से इस उद्देश्य को हासिल कर सकते है। देश के परिवहन क्षेत्र में नई पहल और अनेक सकारात्मक परिवर्तन हुए है जिसका देश के नागरिकों को लाभ मिला है। अनेक सेवाओं को फेसलैस किया है जिससे लोगों का जीवन सरल बना है और समय व धन की बचत हुई है।

उन्होंने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए देश के जिलों में अत्याधुनिक ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए केंद्र सरकार द्वारा ग्रांट दी जाती है। उन्होंने प्रदेशों से आह्वान किया है कि वे इस ग्रांट का अधिक से अधिक उपयोग कर इन सेंटरों को जिला स्तर पर खोले। लोगों के जीवन को सरल बनाने और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमें तकनीक और डाटा का उपयोग अधिक करना होगा।

इस कार्यशाला में हरियाणा परिवहन विभाग के आयुक्त एवं सचिव टी.एल.सत्यप्रकाश, परिवहन आयुक्त अतुल कुमार, हरियाणा पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ट्रैफिक)  एच.एस दून, भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी और 12 राज्यों के परिवहन विभाग व एनआईसी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहें।

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