DGMO meeting: सीजफायर के बाद आज फिर से भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच बातचीत होगी. आज दोपहर 12 बजे भारत के DGMO राजीव घई और पाकिस्तान के समकक्ष जनरल काशिफ चौधरी बातचीत करेंगे. गौर करने वाली बात यह है कि ये मीटिंग दोनों देशों के द्वारा सीजफायर की सहमति के बाद हो रही है. भारत इसके बाद आगे की रणनीति की तैयारी करेगा. भारत की ओर से साफ किया गया है कि अगर सीजफायर तोड़ा गया तो तगड़ा जवाब मिलेगा.
DGMO meeting: पाकिस्तानी DGMO ने युद्ध रोकने का किया था आग्रह
भारत ने साफ कर दिया है कि यह बातचीत डीजीएमओ के बीच ही होगी. जिसके बाद पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से 10 मई की दोपहर को बात करने का समय मांगा. वहीं फिर दोपहर लगभग साढ़े तीन बजे के आसपास भारत पाकिस्तान डीजीएमओ के बीच बात हुई. जिसमें पाकिस्तानी डीजीएमओ ने सीजफायर की बात कही. इसके कुछ ही घंटे बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ट्वीट कर भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान कर दिया. हालांकि इस ट्वीट के कुछ देर बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश को सीजफायर की जानकारी दी.
केवल DGMO स्तर तक बातचीत सीमित
भारत की ओर से क्लियर कर दिया गया है कि कश्मीर या सिंधु जल संधि जैसे संवेदनशील मुद्दे इस बातचीत का हिस्सा नहीं होंगे. सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच कोई कूटनीतिक संवाद फिलहाल प्रस्तावित नहीं है. भारत का रुख बहुत ही साफ है. अब केवल एक ही मुद्दा बचा है, जो है पीओके की वापसी. अगर पाकिस्तान आतंकवादियों को सौंपने की बात करता है तभी भारत किसी आगे की चर्चा पर विचार करेगा.
सीजफायर के कुछ घंटे के बाद पाकिस्तान ने किया उल्लंघन
रविवार को तीनों सेनाओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि 10 मई को दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर पाकिस्तानी डीजीएमओ के साथ मेरी बातचीत हुई थी. इसके बाद शाम 5 बजे से दोनों पक्षों की तरफ से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई. इसके बाद हमने 12 मई को बात करने का भी फैसला किया, ताकि आगे की रणनीति पर चर्चा की जा सके.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने जानकारी दी कि सीजफायर के कुछ ही घंटे बाद पाकिस्तान ने इस समझौते का उल्लंघन कर दिया. जिसका हमने तत्काल करारा जवाब दिया. उन्होंने बताया कि हमने रविवार सुबह पाकिस्तान के DGMO को एक और मैसेज भेजा और कहा कि अगर दोबारा सीजफायर का उल्लंघन हुआ तो हम इसका कड़ा जवाब देंगे. डीजीएमओ ने बताया कि सेना प्रमुख ने हमें जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी है.