Sunday, November 24, 2024
Homeहरियाणारोहतकरोहतक में सबसे कम गूंजी बेटियों की किलकारियां, 800 से नीचे पहुंचा...

रोहतक में सबसे कम गूंजी बेटियों की किलकारियां, 800 से नीचे पहुंचा सेक्स रेशियो, अब गर्भवती महिलाओं की होगी ट्रैकिंग

रोहतक। रोहतक स्वास्थ्य विभाग व सरकार के तमाम प्रयास के बाद भी जिले में लिंगानुपात में कोई खास अंतर नहीं आ रहा है। इस बार बेटियों की किलकारी कम गूंजी हैं। एक तरफ जहां हरियाणा सरकार कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बड़े जोर-शोर से काम कर रही है, वहीं लिंगानुपात के मामले में कुछ जिलों से चिंताजनक खबरें आ रही हैं। साल 2023 के रोहतक जिले के आंकड़ों की बात करें तो जिले का लिंगानुपात पूरी तरह से गड़बड़ा गया है। रोहतक जिले में तो साल 2023 में सेक्स रेशियो के मामले में हरियाणा में सबसे फिसड्डी जिला साबित हुआ है। यहां साल 2023 में 1,000 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 883 लड़कियों का जन्म हुआ।

हरियाणा के 54 गांवों में लिंगानुपात 800 से नीचे दर्ज किया गया है। प्रभावित क्षेत्र साल 2022 में 42 गांवों की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक है। साल 2023 में रोहतक जिले का लिंगानुपात घटकर 883 पर आ गया। जो हरियाणा के 22 जिलों में सबसे खराब है। साल 2022 में रोहतक 934 लिंगानुपात के साथ छठे स्थान पर था। रोहतक में साल 2023 में 1,000 लड़कों के मुकाबले सिर्फ 883 लड़कियों का जन्म हुआ था। साल 2022 में लिंगानुपात 934 के मुकाबले साल 2023 में 51 अंकों की काफी गिरावट देखी गई। 2023 में लिंगानुपात तालिका में रोहतक छठे से अंतिम स्थान पर फिसल गया है।

बहु जमालपुर, अटायल, गांधरा, गढ़ी माजरा, गरनावती, हुमायूंपुर, सुनारिया खुर्द, रिटोली, सिंघपुरा खुर्द, लाढ़ौत, बैय्यापुर, मोरखेड़ी, समचाना, कुताना, खरैंटी, बालंद, बलंबा, खिड़वाली, पहरावर और ककराना साल 2023 में सबसे खराब लिंगानुपात प्रदर्शन वाले गांव बन चुके हैं। जिले में बिगड़े लिंगानुपात को देखते हुए रोहतक जिले के अधिकारियों ने गर्भवती महिलाओं की निगरानी के साथ-साथ ट्रैकिंग करने का भी फैसला किया है।

उपायुक्त अजय कुमार ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं की निगरानी और ट्रैकिंग तेज करने का निर्देश दिए है। इसके साथ खराब प्रदर्शन वाले गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया गया है। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से स्थानीय अधिकारियों को प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या में शामिल लोगों की जानकारी जुटाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही अपराधियों की सही जानकारी देने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखने के अलावा 1 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि देने की बात कहीं गई है।

उपायुक्त अजय कुमार ने कहा जिले में लिंगानुपात में सुधार के दृष्टिगत प्रसव पूर्व लिंग जांच एवं कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। महिला एवं बाल विकास विभाग का क्षेत्रीय अमला प्रसव पूर्व लिंग जांच व कन्या भ्रूण हत्या में संलिप्त व्यक्तियों की सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाए। उन्होंने कहा कि लिंगानुपात को सुधारने के लिए धरातल पर निरंतर लोगों के साथ स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संवाद किया जाए। नवविवाहित दंपतियों तथा एक लड़की के माता-पिता की पहचान कर उनके साथ संवाद स्थापित किया जाए। उन्हें लड़का-लड़की में भेदभाव न करने के लिए जागरूक किया जाए। विभाग की ओर से जागरूकता कार्यशाला का आयोजन भी नियमित अंतराल पर करवाया जाए।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular