Wednesday, February 5, 2025
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CMAI की चिंता: प्रस्तावित GST दर वृद्धि से परिधान उद्योग पर पड़ सकता है प्रतिकूल प्रभाव

CMAI ने मंत्रियों के समूह (GoM) द्वारा प्रस्तुत किए गए दर-युक्तिकरण प्रस्ताव पर गहरी चिंता व्यक्त की है, जिसमें परिधान क्षेत्र के लिए GST दरों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। नई सिफारिशों के तहत, ₹1,500 तक के रेडीमेड कपड़ों पर 5% GST दर बनी रहेगी, जबकि ₹1,500 से ₹10,000 के बीच की कीमत वाले कपड़ों पर 18% GST दर की वृद्धि होगी। इसके अलावा, ₹10,000 से अधिक कीमत वाले कपड़ों को 28% GST के उच्चतम दर में लाने का प्रस्ताव है।

CMAI ने इस बदलाव के संभावित प्रभावों पर चिंता जताई है, खासकर विनिर्माण, मूल्य निर्धारण और उपभोक्ता मांग पर। CMAI का कहना है कि प्रस्तावित GST दर वृद्धि से औपचारिक खुदरा बाजार में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हो सकता है, जिससे उपभोक्ता और व्यवसाय दोनों अनौपचारिक चैनलों की ओर आकर्षित हो सकते हैं। इसका परिणाम यह हो सकता है कि वैध खुदरा विक्रेताओं को नुकसान पहुंचे और अवैध व्यापारियों को लाभ मिले।

इसके साथ ही CMAI ने यह भी चेतावनी दी कि इन बदलावों से लगभग 1 लाख नौकरियाँ समाप्त हो सकती हैं, विशेषकर छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (SMEs) में, जो पहले ही कम लाभ मार्जिन पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा, कीमतों में और वृद्धि होने से उपभोक्ताओं, खासकर महिलाओं, के लिए चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं। CMAI का मानना है कि उत्सवों और त्योहारों से जुड़े उत्पादों पर उच्च करों के कारण खपत में और कमी हो सकती है, जिससे अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

CMAI ने सरकार से आग्रह किया है कि प्रस्तावित GST दरों में बदलाव को फिर से विचार किया जाए, ताकि परिधान उद्योग की वृद्धि और स्थिरता को बढ़ावा मिल सके।

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