‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ विधेयक लोकसभा में पेश कर दिया गया है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस विधेयक को सदन में पेश किया। जहां एक तरफ कांग्रेस ने इस बिल को संघीय ढांचे पर चोट बताया है तो दूसरी तरफ बिहार में विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस बिल का विरोध किया है।
‘बीजेपी RSS का एजंडा लागू करना चाहती है’
तेजस्वी यादव ने सहरसा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जो संवैधानिक ढांचा है उस पर ये प्रहार है। इससे क्षेत्र के मुद्दे गौण हो जाएंगे। प्रदेश के चुनाव स्थानीय मुद्दे पर होते हैं और इस बिल के आने से वो मुद्दे खत्म हो जाएंगे। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग तो आरएसएस के एजेंडे को लागू करना चाहते हैं।
‘सविंधान विरोधी है बीजेपी’
उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग कह रहे हैं, वन नेशन, वन इलेक्शन, फिर आगे कहेंगे वन नेशन, वन पार्टी और उसके बाद कहेंगे कि वन नेशन, वन लीडर। आखिर इसका क्या मतलब है? बाद में कहेंगे कि विधानसभा के इलेक्शन की जरूरत ही नहीं है। नॉमिनेटेड सीएम और गर्वनर दे दो। इसीलिए हम लोग कहते हैं कि ये लोग संविधान के विरोधी हैं और इसलिए, बीजेपी के लोग मुख्य मुद्दे पर बात ही नहीं करते हैं।
बिल के समर्थन में 269 और विरोध में 198 वोट पड़े
वहीं, लोकसभा में विपक्षी सांसदों के विरोध के बाद इस बिल को स्वीकार करने के लिए वोटिंग कराई गई। बिल के समर्थन में 269 और विरोध में 198 वोट पड़े हैं। आपको बता दें कि, अभी देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं। इस बिल के कानून बनने के बाद देश में एक साथ चुनाव कराने की तैयारी की जा रही है।