टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने गुरुवार को कहा कि समूह अगले पांच वर्षों में बैटरी, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन और सौर उद्योग जैसे क्षेत्रों में 5 लाख नई विनिर्माण नौकरियां उत्पन्न करने की योजना बना रहा है। उन्होंने अपने वार्षिक पत्र में यह जानकारी देते हुए कहा कि इन नौकरियों का सृजन भारत में स्थित विभिन्न कारखानों और परियोजनाओं से होगा, जो भविष्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले उत्पादों का निर्माण करेंगे।
चंद्रशेखरन ने बताया कि ये नौकरियां खासतौर पर गुजरात के धोलेरा में भारत का पहला सेमीकंडक्टर फैब, असम में सेमीकंडक्टर असेंबली और कर्नाटक के नरसापुरा में इलेक्ट्रॉनिक्स असेंबली प्लांट जैसे बड़े विनिर्माण संयंत्रों के माध्यम से उत्पन्न होंगी। उन्होंने गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटका में बैटरी निर्माण और ऑटोमोटिव प्लांट की स्थापना की भी घोषणा की।
उन्होंने बताया कि टाटा समूह की विभिन्न कंपनियाँ जैसे TCS और तेजस नेटवर्क ने BSNL के लिए स्वदेशी 4G मोबाइल टेलीकॉम स्टैक तैयार किया है और 5G तकनीक की ओर भी कदम बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा, एयर इंडिया ने एकीकृत एयरलाइन समूह बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है और भारतीय होटल्स का ताज ब्रांड वैश्विक स्तर पर मजबूती से स्थापित हो चुका है।
चंद्रशेखरन ने स्थिरता को भी अपनी विकास योजनाओं का मुख्य केंद्र बताते हुए बताया कि टाटा समूह ने भूटान में जलविद्युत परियोजनाओं और ब्रिटेन में स्टील उत्पादन में निवेश की महत्वपूर्ण पहल की है।