Stubble Burning, पंजाब में हर साल किसानों द्वारा फसल अवशेष जलाने के कई मामले सामने आते हैं। जिसके चलते प्रशासन भी किसानों को जागरूक करता है कि वे फसल अवशेष न जलाएं और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाएं।
इस पठानकोट में प्रशासन किसानों द्वारा फसल अवशेष जलाने पर सख्त कार्रवाई करने के मूड में है, जिसके चलते पठानकोट के डिप्टी कमिश्नर ने किसानों को आदेश जारी किए हैं कि वे धान की पराली को आग न लगाएं।
उपायुक्त ने कहा कि अगर कोई भी किसान पुआल में आग लगाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी और राजस्व रिकार्ड में रेड इंट्री भी करायी जायेगी। डीसी ने कहा कि इसके साथ ही किसानों को मंडियों में गीला धान न लाने के लिए भी सख्त कदम उठाए हैं।
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इसके साथ ही डिप्टी कमिश्नर पठानकोट ने धान की कटाई के लिए शाम 7 बजे से सुबह 10 बजे तक कंबाइनों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई प्रशासन द्वारा जारी आदेशों का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में बात करते हुए डिप्टी कमिश्नर पठानकोट ने कहा कि पराली में आग लगाने से न केवल पंजाब बल्कि आसपास के अन्य राज्यों में भी पर्यावरण को काफी नुकसान होता है, जिससे प्रदूषण जैसी स्थिति पैदा हो जाती है। इसलिए पराली को आग न लगाने की हिदायत दी गई है, अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।