Good Governance Day 2024 : भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में सुशासन दिवस के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अधिकारियों को जन सेवा के माध्यम से सुशासन का संदेश दिया।
उन्होंने सरकारी सेवकों को कहा कि हम जब अंत्योदय की बात करते हैं तो हमारे कार्य में संवेदनशीलता होनी चाहिए, जिस भी कुर्सी पर हम बैठे हैं, वह एक मौका हमें ईश्वर ने दिया है कि हम अंत्योदय के उत्थान की सोचें। इसलिए हमेशा ध्यान रखना है कि जब भी कोई व्यक्ति हमारे दफ्तर में आता है, हमसे मिलता है और अपनी समस्या रखता है तो उसे संवेदनशीलता से समझें। उसका दिया हुआ कागज, दरखास्त, वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं है, बल्कि उसके दर्द का निचोड़ है, इसलिए उस कागज के पीछे की कहानी को समझें और जिस दिन हम उस कहानी को समझ पाए, तो मान लेना हम अपने सुशासन के प्रयास में सफल हो गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस के अवसर पर हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम हरियाणा प्रदेश को ऐसा बनाएंगे, जहां विकास समावेशी होगा, जहां नागरिक को अपनी क्षमताओं को पहचानने और निखारने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में सरकार ने अनेक निर्णय लेकर जनता के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है। आज घर बैठे सुविधाओं का लाभ नागरिकों को मिल रहा है, यही सुशासन का सबसे बड़ा मंत्र है।
मुख्यमंत्री बुधवार को सुशासन दिवस के अवसर पर जिला गुरुग्राम में आयोजित राज्य स्तरीय सुशासन दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
नायब सिंह सैनी ने भारत रत्न से सम्मानित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय व पूर्व प्रधानमंत्री श्रीअटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर बधाई देते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि आज का यह दिन हम सभी के लिए न केवल एक स्मरणीय अवसर है, बल्कि यह अवसर हम सभी को यह प्रेरणा देता है कि हम एक बेहतर और सशक्त राष्ट्र के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करें।
पहले की सरकारों में भय, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और क्षेत्रवाद का था बोलबाला
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में भय, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और क्षेत्रवाद का बोलबाला था। हमारी सरकार ने एक-एक कर भ्रष्टाचार के सभी रास्तों को बंद किया है। चाहे सी.एल.यू. के नाम पर लूट को बंद करना हो, सरकारी नौकरियां सिर्फ मेरिट पर देने का काम हो, कर्मचारियों के तबादलों को ऑनलाइन करने का संकल्प हो, चाहे मिट्टी के तेल के खेल को बंद कर हर गरीब को मुफ्त गैस सिलेंडर देने की सोच हो या फिर गरीबों के राशन, पेंशन, वजीफों, सब्सिडी में चल रहे फर्जीवाड़े को बंद करने की बात हो, इन सुशासन की पहलों को हमने अपनाया है।
विपक्ष को तकलीफ हो रही है कि पोर्टल के माध्यम से जनता को क्यों मिल रहा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता दुष्प्रचार करते थे कि जब वे सरकार में आएंगे तो पोर्टल को बंद कर देंगे। उन्हें इस बात से तकलीफ हो रही है कि पोर्टल के माध्यम से जनता को लाभ क्यों मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्हीं पोर्टल के माध्यम से हमारी सरकार ने किसानों के खातों में सीधे पैसा पहुंचाया है। पिछले 10 सालों में किसानों के खातों में 1.25 लाख करोड़ रुपये सीधे डाले गए हैं। इतना ही नहीं, इस साल बारिश कम होने के कारण किसानों पर पड़े आर्थिक बोझ को कम करने के लिए 2 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से 825 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में भेजे जा चुके हैं, ये भी पोर्टल की बदौलत ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि पहले बुजुर्गों को पेंशन बनवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन पोर्टल के ही कारण अब बुजुर्गों की घर बैठे ही पेंशन बनने लगी है। पिछले 10 सालों में लाखों बुजुर्गों की पेंशन घर बैठे ऑनलाइन बनी है।
मुख्यमंत्री ने विपक्षी दल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हाल ही के विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष के एक प्रत्याशी ने तो अपना राज आने पर पोर्टल बंद करने, एक अन्य प्रत्याशी ने पहले अपना घर भरने तक की बातें कही। इतना ही नहीं, विपक्ष के एक अन्य प्रत्याशी ने तो 50 वोटों पर एक नौकरी देने तक का ऐलान किया था। उनकी यह सोच सुशासन की सोच नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली सोच है।
समारोह में मुख्य सचिव डॉ विवेक जोशी, विधायक मुकेश शर्मा, जीएमडीए के सीईओ श्यामल मिश्रा, पूर्व सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव सी. जी. रजीनीकांथन और सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक के. एम. पांडुरंग सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।