Sports News: इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में नई टीम के साथ उतरने वाली राजस्थान रॉयल्स (RR) को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। टीम के नियमित कप्तान संजू सैमसन उंगली की चोट के कारण शुरुआती तीन मैचों में विकेटकीपिंग और फील्डिंग नहीं कर पाएंगे। हालांकि, उन्हें बतौर बल्लेबाज खेलने की अनुमति मिली है। इस स्थिति को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स ने रियान पराग को अंतरिम कप्तान नियुक्त किया है।
रियान पराग पर बढ़ा दबाव
रियान पराग 2019 से राजस्थान रॉयल्स से जुड़े हुए हैं और शुरुआती वर्षों में अपने खराब प्रदर्शन के कारण ट्रोल होते रहे हैं। लेकिन 2024 में उन्होंने शानदार वापसी की थी। उन्होंने 16 मैचों की 14 पारियों में 4 अर्धशतक लगाते हुए 573 रन बनाए थे और सीजन के तीसरे टॉप स्कोरर रहे थे। 2025 में भी उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है, लेकिन कप्तानी की अतिरिक्त जिम्मेदारी उन पर दबाव बना सकती है, जिससे उनके खेल पर असर पड़ सकता है।
क्या यशस्वी जायसवाल बेहतर विकल्प थे?
राजस्थान रॉयल्स के पास कप्तान के रूप में यशस्वी जायसवाल का भी विकल्प था। जायसवाल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जाता है और वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं। घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में भी उनका रिकॉर्ड पराग की तुलना में बेहतर रहा है।
आईपीएल करियर की तुलना:
| खिलाड़ी | मैच | रन | शतक | अर्धशतक | स्ट्राइक रेट |
|———|——|——|——|——|————–|
| **यशस्वी जायसवाल** | 52 | 1607 | 2 | 9 | 150+ |
| **रियान पराग** | 69 | 1173 | 0 | 6 | 135+ |
जायसवाल के बेहतर आंकड़ों के बावजूद राजस्थान रॉयल्स ने पराग को कप्तान बनाया, जिससे सवाल उठता है कि क्या टीम प्रबंधन का यह फैसला सही था। पराग का हालिया फॉर्म अच्छा रहा है, लेकिन जायसवाल के अनुभव और प्रदर्शन को देखते हुए वे कप्तानी के लिए ज्यादा उपयुक्त लगते थे। अब देखना होगा कि पराग इस जिम्मेदारी को कैसे निभाते हैं और क्या यह फैसला टीम के लिए फायदेमंद साबित होता है या नहीं।