चंडीगढ़। हरियाणा में सरकार का चेहरा बदल कर लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा ने बड़ा दांव खेला है। नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए और 15वें मुख्यमंत्री बने हैं। सीएम सैनी ने आज राज्य विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया है। जिसमें वह अपना बहुमत सिद्ध करेंगे। इसी दिन विधानसभा के नये स्पीकर का भी चुनाव हो सकता है। बता दें नए सीएम नायब सैनी ने अपना पहला ऑर्डर मंगलवार देर रात जारी किया। उन्होंने रिटायर्ड IAS अफसर राजेश खुल्लर को अपना CPS सीएम लगाया है। इससे पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल के भी CPS CM राजेश खुल्लर रहे चुके हैं।
हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र शुरू
हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है। नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी थोड़ी देर में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगे। कल यानी 12 मार्च को सैनी ने मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने के बाद राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था। यह पूरा घटनाक्रम जननायक जनता पार्टी (JJP) से गठबंधन टूटने के बाद हुआ। इससे पहले हरियाणा में अचानक बदले नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम में मनोहर लाल और उनकी पूरी कैबिनेट ने मंगलवार को एक साथ अपना इस्तीफा दिया था। जिसके बाद जजपा समर्थन वाली सरकार गिर गई।
JJP के 4 विधायक एकसाथ सदन पहुंचे
हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी थोड़ी देर में विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करेंगे। उन्होंने दावा किया कि उनके पास 48 विधायकों का समर्थन है। बता दें विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए 46 विधायकों का सपोर्ट चाहिए। सैनी की मीटिंग में भाजपा के 41 और 7 निर्दलीय विधायक शामिल हुए। इससे पहले जननायक जनता पार्टी (JJP) ने व्हिप जारी किया था कि सभी 10 विधायक वोटिंग के दौरान गैरहाजिर रहें। इसके बावजूद जननायक जनता पार्टी के 4 विधायक एक साथ विधानसभा सदन में पहुंचे हैं। इनमें विधायक जोगीराम सिहाग, रामकुमार गौतम, ईश्वर सिंह, देवेंद्र बबली मौजूद हैं।
विपक्ष बोला- इस तरह सदन को क्यों बुलाया
हरियाणा की नई सरकार के फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। CM नायब सैनी भी विधानसभा पहुंच चुके हैं। हालांकि अभी वे कार्यवाही में शामिल होने नहीं आए हैं। नए सीएम नायब सैनी के फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा में हंगामा हो गया है। विपक्ष ने सवाल उठाए कि इस तरह से सदन को क्यों बुलाया गया है। इस पर स्पीकर ने कहा कि नियमों के तहत इमरजेंसी मीटिंग बुलाई जा सकती है। इसके बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मैं यह पहली बार देख रहा हूं कि बिना बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (BAC) की मीटिंग बुलाए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। इस पर स्पीकर ने कहा कि आपका पूरा शिष्टाचार मैंने भी देखा है। 2002 में आपने भी बिना बीएसी की मीटिंग के इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी।
निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला पहुंचे विधानसभा
फ्लोर टेस्ट को लेकर नायब सैनी की सरकार के नए कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि फ्लोर टेस्ट एक अच्छी परंपरा है। भाजपा इसको पूरा कर रही है। जजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के फैसले पर उन्होंने कहा कि ये हम तय नहीं करते, जनता तय करती है। जजपा के पांच विधायकों के समर्थन को लेकर उन्होंने कहा कि ये तो विधानसभा में जाकर पता चलेगा।
अनिल विज बोले- मैं भाजपा का भगत
भाजपा नेता अनिल विज मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचे थे। उनकी नाराजगी की खबरें आ रही थीं। इस बीच बुधवार को नायब सैनी के सीएम बनने के बाद पहली बार मीडिया के सामने हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने बयाान दिया। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का भक्त हूं। परिस्थितियां बदल सकती हैं लेकिन मैं पार्टी के लिए काम करना जारी रखूंगा। विज ने फ्लोर टेस्ट को लेकर कहा कि मैंने हर परिस्थिति में बीजेपी के लिए काम किया है और अभी भी करूंगा तथा पहले से कई गुना ज्यादा करूंगा।