बिहार: भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी की 101वीं जयंती के अवसर पर समस्तीपुर में शुक्रवार को कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्पूरी जी के बेटे सहित गणमान्यजन शामिल हुए।
‘कर्पूरी जी गरीबों की सेवा की’
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने मंच से कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी का जीवन अपने लिए नहीं, बल्कि गरीबों, दीन-दुखियों, किसानों के लिए था। उन्होंने कहा कि कर्पूरी जी ने गरीब और पिछड़ों की सेवा में नया इतिहास रचा है।
शिवराज सिंह चौहान ने कर्पूरी ठाकुर जी का पुण्य स्मरण किया और उन्हें अपनी ओर से आदरांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अपने लिए तो कीट-पतंगे और पशु पक्षी भी जीते हैं। अगर अपने लिए जीये तो क्या जीये? जीता वही है जो देश, जनता और दूसरों के लिए जीता है। कर्पूरी ठाकुर जी का जीवन भी अपने लिए नहीं था, जनता के लिए था, गरीबों के लिए था, दीन-दुखियों के लिए था, किसानों के लिए था।
‘कर्पूरी जी के दिखाए मार्ग पर चलने का किया आह्वान’
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने काव्यात्मक अंदाज में कहा है ”समय नदी की धार, जिसमें सब बह जाया करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, जो इतिहास बनाया करते हैं।” उन्होंने सभी से कर्पूरी जी के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
‘अधिकारियों के साथ की अहम बैठक’
इसके बाद, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने पटना स्थित सचिवालय में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना-प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के आगामी कार्यक्रम को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर समीक्षा की।
बैठक में बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री मंगल पांडे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं राज्य केंद्र के कृषि एवं किसान कल्याण के अधिकारी मौजूद थे।