शिमला। बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अब राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। वो बीजेपी के टिकट पर हिमाचल प्रदेश के मंडी से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। अपने बेबाक बयानों और विवादों के लिए पहचानी जाने वाली कंगना, कभी एक्स बॉयफ्रेंड्स अध्ययन सुमन संग बेहद गंदे ब्रेकअप की वजह से भी सुर्खियां बटोर चुकी हैं। यह वो दौर था, जब दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। यहां तक कि अध्ययन के पिता शेखर सुमन ने भी कंगना को बुरा-भला कहा था, यहाँ तक भी कि शेखर ने कंगना को काला जादू करने वाली लड़की करार दे दिया था। लेकिन अब अचानक शेखर सुमन कंगना को लेकर गिरगिट की तरह बदल गए हैं।
‘हीरामंडी’ में नजर आएंगे बाप बेटा
कभी बाप-बेटों ने जहां बिना नाम लिए Kangana Ranaut को ‘कोकेन’ लेने वाली और ‘काला जादू’ करने वाली एक्ट्रेस तक कहा था, वहीं अब एक नए इंटरव्यू में शेखर सुमन ने कहा है कि उनका बेटा अध्ययन तब बहुत खुश था, जब वो कंगना के साथ रिलेशनशिप में था। बाप-बेटे की यह जोड़ी जल्द ही संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ में नजर आने वाली है।
शेखर सुमन ने कंगना रनौत और अपने बेटे अध्ययन सुमन के रिश्ते के बारे में बात करते हुए कहा कि अब कोई मनमुटाव या गलत भावना नहीं है। एक्टर ने कहा, ‘हम सभी लाइफ में अलग-अलग फेज से गुजरते हैं। जो आज सही लगता है, हो सकता है कल वो सही ना लगे और इससे विपरीत भी। कोई भी रिश्ता बनाकर ब्रेकअप करना और आगे बढ़ जाना नहीं चाहता। हर कपल अपने रिश्ते में ठहराव चाहता है, क्योंकि ये गहरा और पवित्र है।’
ब्रेकअप के लिए नियति को ठहराया दोषी
61 साल के एक्टर ने बेटे अध्ययन और कंगना के फेल रिलेशनशिप के लिए नियति को दोषी ठहराया और इस बात पर जोर दिया कि हर किसी को अपने पिछले रिश्तों को प्यार से देखना चाहिए। वो कहते हैं, ‘किस्मत की कई भूमिकाएं होती हैं और आपको भाग्य का अनुसरण करना पड़ता है। कंगना और अध्ययन जब साथ थे तो खुश थे और अपने-अपने रास्ते चले गए। ऐसा होना तय था। इसलिए एक-दूसरे के प्रति कोई बुरी भावना और दुश्मनी की भावना नहीं है। कभी-कभी चीजें आवेश (गुस्से) में आ जाती हैं, लेकिन इंसान को पीछे मुड़कर प्यार से देखना चाहिए। इसी के साथ शेखर सुमन ने फेमस कवि और गीतकार साहिर लुधियानवी की कुछ पंक्तियां भी कहकर सुनाई, ‘वो अफसाना जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ देना अच्छा।’
कंगना के राजनीति में शामिल होने पर कही ये बात
जब शेखर से कंगना के राजनीति में शामिल होने पर उनकी राय पूछी गई तो वो बोले, ‘हम इसके बारे में ज्यादा सोचते नहीं है। ना ही फैमिली और ना ही अध्ययन। उनकी लाइफ का एक फेज था। हम कौन होते हैं टिप्पणी करने वाले और जज करने वाले? हम अपने रास्ते पर हैं। हर कोई अपनी खुशी और संतुष्टि के लिए काम कर रहा है। ये सही है या ये गलत है… घूम-घूमकर उंगली उठाने का कोई मतलब नहीं है।’
बिना नाम लिए कंगना पर साधा था निशाना
कंगना और अध्ययन का ब्रेकअप खूब चर्चा में रहा था। शेखर तब सोशल मीडिया पर कई पोस्ट करते थे और बिना नाम लिए कंगना को खूब खरी-खोटी सुनाते थे। उन्होंने एक ट्वीट में उन्हें ‘कोकेन लेने वाली एक्ट्रेस’ तक कह दिया था। ‘सिमरन’ (कंगना की फिल्म) के बॉक्स ऑफिस पर फेल होने पर भी उन्होंने निशाना साधा था और कहा था, ‘इतना हंगामा… इतना शोर शराबा… नतीजा? खोदा पहाड़… निकली चुहिया?’ इसके अलावा जब कंगना ने करण जौहर के शो में नेपोटिज्म को लेकर उनपर ही निशाना साध दिया था, तब भी शेखर सुमन ने ट्वीट किया था, ‘खराब मुंह… खराब इंग्लिश… खराब एक्टिंग… खराब बिहेवियर।’
अध्ययन ने भी लगाए थे कई आरोप
शेखर सुमन ही नहीं, उनके बेटे अध्ययन ने भी कंगना पर कई आरोप लगाए थे। ये तक कहा था कि वो रिश्ते में अब्यूजिव (गाली-गलौज) थीं और ‘काला जादू’ करती थीं। बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में शेखर ने कहा था, ‘मैं हर एक पल से वाकिफ था, लेकिन मैंने कभी कंगना से बात नहीं की। ये उसकी लड़ाई है और उसे लड़ना होगा। मैं सिर्फ ताकत दे सकता था।’
कभी अध्ययन और कंगना के रिश्ते के खिलाफ नहीं थे शेखर शेखर ने आगे बोला कि वो कंगना के साथ अध्ययन के रिश्ते के खिलाफ कभी नहीं थे और दोनों एक्टर्स में किसी को भी इस विवाद के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। वो बोले, ‘मुझे लगता है कि ये लाइफ का एक फेज है। कभी-कभी आप अपने पहले रिश्ते में सफल होते हैं और कभी नहीं।’ बता दें कि ‘हीरामंडी’ में शेखर और उनके बेटे अध्ययन दोनों स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आएंगे।