रोहतक। रोहतक में शर्मनाक मामला सामने आया है। पीजीआई परिसर में खड़ी जेल वैन में दो कैदियों ने चरस तस्करी के मामले में 15 साल की सजा काट रही महिला कैदी के साथ गैंगरेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। महिला कैदी जींद की जेल में सजा काट रही है। महिला कैदी ने रोहतक पीजीआई से जींद जेल वापिस जाने के बाद जेल प्रशासन को अवगत करवाया। जेल प्रशासन ने सिविल लाइन थाना पुलिस को शिकायत की। सिविल लाइन थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए रोहतक पुलिस को भेज दिया है।
महिला कैदी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका पीजीआई रोहतक में मनोरोग विशेषज्ञ के पास इलाज चल रहा है। 20 फरवरी को जेल वैन में उसे पीजीआई रोहतक लेकर गए थे। उसी वैन में कैद मनीष व गांव धनौरी निवासी सतीश भी थे। पुलिस कर्मियों ने वैन को पीजीआई परिसर में खड़ा कर दिया और उनके कागजात तैयार करवाने के लिए अंदर चले गए। इसी दौरान कैदी मनीष व सतीश ने नशीला पदार्थ मिलकर कोल्डड्रिंक दे दी। कोल्डड्रिंक पीते ही वह बेसुध हो गई। जिसके बाद दोनों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद जेल में पहुंचकर पीड़िता ने प्रशासन को अपनी आप बीती बताई।
जेल प्रशासन ने महिला कैदी की लिखित शिकायत सिविल लाइन थाना पुलिस को दी, लेकिन वारदात एरिया पीजीआई रोहतक होने के चलते जीरो एफआईआर दर्ज कर जांच के लिए रोहतक पुलिस के पास भेज दिया। बता दें महिला वर्ष 2017 में चरस तस्करी करते चार किलो 490 ग्राम चरस के साथ पकड़ी गई थी। अप्रैल 2021 में जींद अदालत ने 15 साल की सजा सुनाई थी। उसके बाद से जेल में बंद है। पुलिस ने बताया कि महिला तनाव के कारण जेल में खुदकुशी की कोशिश कर चुकी है। उस समय उसको पुलिसकर्मियों की सतर्कता से बचा लिया गया था। महिला ने मनोरोग की गोलियों को एक साथ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। उसके खिलाफ सिविल लाइन थाने में आत्महत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज है।
जींद सिविल लाइंस थाना प्रभारी सुखबीर सिंह का कहना है कि महिला कैदी की शिकायत पर मामला दर्ज कर रोहतक पुलिस को भेजा गया है क्योंकि वारदात वहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मामले में तीनों कैदियों से पूछताछ कर जांच की जा रही है।