Baghpat Latest News:राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक महिला की मदद करते हुए भारतीय सेना के जवानों ने उसे उसके परिवार तक पहुंचाने का रास्ता खोला। महिला मानसिक संतुलन बिगड़ने के कारण राजस्थान तक पहुंच गई थी, जहां बॉर्डर पर तैनात सैनिकों ने उसकी मदद की। महिला की स्थिति देखकर जवानों ने तुरंत कार्रवाई की और उसका इलाज कराया। स्वस्थ होने के बाद, एक समाजसेवी संस्था की मदद से महिला को उसके घर भेजा गया।
चार साल बाद घर लौटी महिला: यूपी के बागपत से लापता हुई थी
यह मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बिजरोल गांव से जुड़ा हुआ है। महिला का नाम शीला था और वह 50 साल की थीं। 2021 में वह अपने घर से लापता हो गई थीं। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज करवाई, लेकिन काफी समय तक कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिवार ने अखबारों में विज्ञापन भी दिए और जगह-जगह गुमशुदगी के बैनर लगाए, लेकिन महिला का कोई पता नहीं चला।
संकीर्ण मानसिक स्थिति और मदद के बाद बदलाव
महिला के भतीजे ने बताया कि मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण शीला घर से बाहर चली गई थीं और बाड़मेर पहुंच गई थीं। वहां तीन साल तक वह इधर-उधर भटकती रहीं। तब, सीमा पर तैनात सैनिकों ने उसे देखा और उसकी मदद की। सैनिकों ने उसे इलाज कराया और महिला के परिवार से संपर्क किया। अब, चार साल बाद महिला अपने घर वापस लौट आई है, और परिजनों ने भारतीय सेना और समाजसेवी संस्था का धन्यवाद किया है।
परिजनों की खुशी और भारतीय सेना का आभार
महिला के परिवार में इस समय खुशी की लहर है। वे भारतीय सेना के जवानों और समाजसेवी संस्था का धन्यवाद कर रहे हैं, जिन्होंने मिलकर इस महिला को सुरक्षित घर पहुंचाया। यह घटना न केवल भारतीय सेना की मदद का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में एकजुटता और सहयोग की भावना को भी उजागर करती है।