Kedarnath dham yatra: भारत-पाक तनाव के बीच केदारनाथ धाम पड़ावों पर सुरक्षा की व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है. यात्रा पड़ावों पर आइटीबीपी के सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया गया है. केदारनाथ धाम में हर आने-जाने वालों पर सुरक्षा कर्मियों की नजर है. केदारनाथ धाम में शीतकाल के दौरान सुरक्षा व्यवस्था आइटीबीपी के पास थी, उसे अभी भी तैनात किया गया है.
Kedarnath dham yatra: केदारनाथ धाम में आइटीबीपी के तीस जवान तैनात
यहां रेगुलर पुलिस के साथ ही पीएसी आइटीबीपी सुरक्षा व्यवस्था में लगे हैं. गौरीकुंड, सोनप्रयाग, सीतपुर, रामपुर, गुप्तकाशी और फाटा समेत यात्रा पड़ावों पर पुलिस के साथ ही आइटीबीपी तैनात की गई है. केदारनाथ धाम में आइटीबीपी के तीस जवान तैनात हैं. इसके अतिरिक्त पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान भी तैनात हैं.
सुरक्षा के लिए जरुरी कदम
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की ओर से सख्त निर्देश दिए कि आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाये. पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे का कहना है कि आम लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है. युद्ध जैसे हालात की स्थिति को देखते हुए जागरुकता अभियान तेज कर दिए गए हैं.
अपने साथ मंदिर परिसर के भीतर बैग या बड़ा सामान लेकर न आयें
विशेष रूप से दर्शन के लिए पहुंचे सभी श्रद्धालुओं की गहनता से तलाशी और उनके सामान, बैग की जांच की गई. इस दौरान पुलिस श्रद्धालुओं से लगातार अनुरोध करती रही कि वह अपने साथ मंदिर परिसर के भीतर बैग या बड़ा सामान लेकर न आयें. केदारनाथ धाम की समग्र सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आतंकवादी निरोध दस्ता (एटीएस) को भी तैनात किया गया है. पूरे बदरीनाथ धाम की सुरक्षा का जिम्मा अब एटीएस के कंधों पर है.