भारत के स्टॉक मार्केट रेगुलेटर, सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का कार्यकाल अगले महीने समाप्त होने वाला है। उन्होंने 2 मार्च 2022 को अजय त्यागी की जगह SEBI चीफ का पद संभाला था। अब वित्त मंत्रालय ने नए चेयरमैन की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे हैं।
माधबी पुरी बुच का कार्यकाल तीन साल का था, और उनका नेतृत्व SEBI में काफी सख्त और प्रभावशाली रहा। नए SEBI चेयरपर्सन का कार्यकाल अधिकतम पांच साल या 65 साल की उम्र तक होगा। इसके साथ ही, उन्हें केंद्र सरकार के सेक्रेटरी के बराबर सैलरी और सुविधाएं मिलेंगी, जिसमें बिना कार और घर के ₹5,62,500 प्रति माह सैलरी शामिल है।
माधबी पुरी बुच ने अपने करियर की शुरुआत 1989 में ICICI बैंक से की थी और ICICI सिक्योरिटीज की MD और CEO भी रही थीं। इसके बाद, उन्होंने सिंगापुर में ग्रेटर पैसिफिक कैपिटल में भी कार्य किया। उनके पास 30 साल से अधिक का फाइनेंशियल सेक्टर का अनुभव है और वे SEBI की कई कमेटियों का हिस्सा रह चुकी हैं।
हालांकि, उनकी कार्यप्रणाली पर कुछ विवाद भी उठे हैं। हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया था कि माधबी पुरी बुच और उनके पति की अडाणी ग्रुप से जुड़ी एक ऑफशोर कंपनी में हिस्सेदारी थी। उन्होंने इसे एक संभावित हितों के टकराव के रूप में पेश किया था, लेकिन बुच ने इस आरोप को नकारा था।