Saturday, October 19, 2024
Homeहरियाणारोहतकरोहतक में वैश्य एजुकेशन सोसाइटी की गर्वनिंग बॉडी की मीटिंग में हंगामा,...

रोहतक में वैश्य एजुकेशन सोसाइटी की गर्वनिंग बॉडी की मीटिंग में हंगामा, 3 पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा

राजेंद्र बंसल ने आरोप लगाया कि प्रधान नवीन जैन ने शुरू से ही गलत काम किए हैं। कोषाध्यक्ष चंद्र गर्ग ने कहा कि वे पिछले कुछ दिनों से बाहर गए हुए थे। इसकी सूचना पहले ही वे दे चुके थे, लेकिन अब अचानक पीछे से मीटिंग बुलाई गई है।

रोहतक। रोहतक की वैश्य एजुकेशन सोसाइटी के ऑफिस में बुधवार को गर्वनिंग बॉडी की बैठक हुई। जिसमें बैठक शुरू होने से पहले ही प्रधान व सेक्रेटरी गुट में हंगामा हो गया। आपस में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए। वहीं, प्रधान ने कहा कि दूसरे पक्ष ने उन पर पानी की बोतलें फेंककर मारी हैं। वहीं, दूसरे गुट के सेक्रेटरी व अन्य पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि उनको जान से मारने की धमकी दी गई। विवाद को बढ़ता देख मौके पर पुलिस को भी बुलानी पड़ी।

वैश्य एजुकेशन सोसाइटी के 105 कॉलेजियम मेंबर हैं। वहीं, संस्था को चलाने के लिए 21 सदस्यों की गवर्निंग बॉडी बनाई गई है। जिसकी बुधवार को बैठक थी। वहीं, इस मीटिंग में 21 में से 20 सदस्य पहुंचे। इस दौरान बैठक में प्रधान व सेक्रेटरी पक्ष के लोग आपस में भिड़ गए। हंगामे के बाद सेक्रेटरी राजेंद्र बंसल, कोषाध्यक्ष चंद्र गर्ग व वाइस प्रेसिडेंट दीपक जिंदल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। गवर्निंग बॉडी के कुल 8 सदस्यों सहित बैठक का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद प्रधान नवीन जैन ने इस्तीफे को बैठक में रखकर स्वीकार कर लिया। साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही।

वैश्य एजुकेशन सोसाइटी के सेक्रेटरी राजेंद्र बंसल ने कहा कि गवर्निंग बॉडी की मीटिंग की रिकार्डिंग के लिए प्रधान ने कैमरामैन बुलाया हुआ था और उन्होंने भी अलग से कैमरा मैन बुला लिया। क्योंकि पिछली बार मीटिंग की मिनट्स की रिकॉर्डिंग मांगी तो उन्होंने देने से मना कर दिया था। इसलिए अलग कैमरामैन बुलाया था। बैठक में चाहे एक रिकार्डिंग करें या दो, उससे क्या फर्क पड़ता हैं। मीटिंग में कोषाध्यक्ष के साथ प्रधान के साथियों ने बदतमीजी की और बाहर आने पर देख लेने व गोली मारने की धमकी दी।

राजेंद्र बंसल ने आरोप लगाया कि प्रधान नवीन जैन ने शुरू से ही गलत काम किए हैं। कोषाध्यक्ष चंद्र गर्ग ने कहा कि वे पिछले कुछ दिनों से बाहर गए हुए थे। इसकी सूचना पहले ही वे दे चुके थे, लेकिन अब अचानक पीछे से मीटिंग बुलाई गई है। वहीं 35 लोगों ने प्रधान के खिलाफ लिखकर दिया है कि प्रधान ने संस्था को करोड़ों रुपए का नुकसान किया है। समाज की भलाई में वे संस्था चला रहे थे। अब मजबूरी में उन्होंने तंग आकर तीनों सेक्रेटरी राजेंद्र बंसंल, कोषाध्यक्ष चंद्र गर्ग व वाइस प्रेसिंडेंट दीपक जिंदल ने इस्तीफा दे दिया। प्रधान प्रत्येक मीटिंग में उन्हें बोलने तक नहीं देते।

वैश्य एजुकेशन सोसाइटी के प्रधान नवीन जैन व अन्य पदाधिकारी

प्रधान नवीन जैन ने कहा कि जब गवर्निंग बॉडी की मीटिंग चल रही थी तो सेक्रेटरी ने बैठक में हंगामा किया। साथ ही भरी मीटिंग में बोतलें भी फेंकी। जिसके बाद वे मीटिंग छोड़कर चले गए। उन्होंने कहा कि जिसका बहुमत नहीं होता वह इस तरह के गलत आरोप लगाकर हंगामा करते हैं। उन पर परिवार वालें को नौकरी व लाभ देने के आरोपों को प्रधान ने नकराते हुए कहा कि उनका कोई भी परिवार का सदस्य व रिश्तेदार इस संस्था में कार्यरत नहीं हैं।

प्रधान ने कहा कि संस्था के नियम बने हुए है। अगर कोई कोषाध्यक्ष यह सोचे की हर बात के लिए उससे फोन करके पूछा जाएगा तो यह गलत है। प्रधान नवीन जैन ने कहा कि वे कोषाध्यक्ष से उच्च पद पर बैठे हैं, इसलिए हर बार कोषाध्यक्ष को फोन करना उचित नहीं। अगर कोई उच्च पद पर हो तो उसे फोन कर भी सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे बहुमत में हैं और जो बहुमत में नहीं होता वे इस तरह की हरकत करते हैं। उन्हें इस्तीफा देने का मौका चाहिए था। सेक्रेटरी, कोषाध्यक्ष व वाइस प्रेसिंडेंट का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular