Friday, May 3, 2024
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हरियाणा वालों की यूपी में ज्वाइनिंग को लेकर मचा बवाल, कुंडू ने सीएम पर साधा निशाना

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सीएम मनोहर लाल ने तो 80% बाहर के युवाओं को नौकरी देकर हरियाणा को बेरोजगारी में नंबर 1 बना दिया है, लेकिन अब सीएम कम से कम अपनी मेहनत के दम पर बाहरी राज्यों में नौकरी पाने वाले हमारे प्रदेश के बच्चों को उनका हक दिलवाएं। कुंडू ने लिखा की सीएम उनकी मदद करें।

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चंडीगढ़। हरियाणा वासियों को उत्तर प्रदेश में डाक विभाग में जीडीएस के पद पर ज्वाइनिंग नहीं देने के बाद मामला गरमा गया है। इसको लेकर युवाओं ने इसका वीडियो जारी किया था, जिसको लेकर विधायक बलराज कुंडू और नवीन जयहिंद ने सीएम मनोहर लाल पर निशाना साधा है। वहीं उन्होंने सीएम पर कटाक्ष करते हुए युवाओं को ज्वाइनिंग दिलाने का मुद्दा उठाने के लिए कहा है।

सरकारी नौकरी पाना हर किसी युवा का सपना है। इस सपने को हरियाणा के पांच युवाओं ने साकार भी कर लिया। लेकिन, उत्तर प्रदेश के जिस राय बरेली में केंद्रीय डाक विभाग ने उन्हें पोस्टिंग के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए भेजा, वहां के स्टाफ ने इनके हरियाणवी होने के कारण डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन से ही इंकार कर दिया। पांच युवाओं में से 2 उकलाना विधानसभा के गांव कंडूल के निवासी हैं। हार कर ये युवा अब वापस लौट आए हैं और चयन के बावजूद नौकरी हाथ से जाने के कारण परेशान हैं।

हरियाणा में विभिन्न पदों पर दूसरे राज्यों के युवाओं की भर्ती के कितने ही मामले सामने आ चुके हैं। बाहरी उम्मीदवार को देखकर आज तक एक बार भी हरियाणा के किसी भी भर्ती आयोग या फिर महकमे ने सवाल खड़ा नहीं किया। लेकिन, उत्तरप्रदेश के बरेली में 16 सितंबर को जो भी हुआ, उसे हरियाणा के पांच युवा कभी भुला नहीं पाएंगे। हुआ यह कि इन 5 युवाओं का चयन केंद्रीय डाक विभाग में जीडीएस के पद पर हुआ। इन्हें ज्वाइन करने के लिए उत्तरप्रदेश के राय बरेली भेजा गया।

वहां पर मुख्य डाकघर में इनकी डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होनी थी। इसलिए ये 15 सितंबर को ही राय बरेली पहुंच गए और होटल में ठहर गए। 16 सितंबर को सुबह ये मुख्य डाकघर पहुंच गए तो वहां मौजूद स्टाफ को जैसे ही पता चला कि ये हरियाणवी हैं, इन्हें तुरंत किसी अन्य डाक घर का पता बताते हुए वहां पर भेज दिया और कहा कि वहां पर इनके डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन होगी।

बताई गई दूसरी जगह गए तो वहां पर इनसे कहा गया कि गलत जगह आए हो, वापस मुख्य डाकघर जाओ, वहीं पर वेरिफिकेशन होगी। फिर से मुख्य डाकघर पहुंचे तो कर्मचारियों ने बताया कि आज की तो छुट्टी है। इन्होंने पूछा कि 16 सितंबर आखिरी तारीख है, तो क्या नेक्स्ट वर्किंग डे पर इनकी वेरिफिकेशन होगी? तो उन्होंने इंकार कर दिया। यहीं पर रूक कर इन्होंने देखा कि उत्तरप्रदेश के जो मूल निवासी चयन होकर आए हैं, उनके डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन लगातार चल रही है।

इस पर इन्होंने आवाज उठाई तो मौजूद कर्मियों ने कहा कि इनके कागजात फर्जी हैं। युवाओं ने अनुरोध किया कि उनका मेडिकल हिसार सीएमओ से जारी हुआ है, वहां से वेरिफिकेशन करवा लो। मार्कशीट हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी से जारी हुई है, वहां से चैक करवा लो। लेकिन, इनकी किसी ने एक नहीं सुनी। युवाओं ने कहा कि उनके डॉक्यूमेंट फर्जी हैं तो लिख कर दे दो, लेकिन मौजूद कर्मियों ने ऐसा भी नहीं किया।

हार कर युवाओं ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर अपने साथ हो रही नाइंसाफी के बारे में जानकारी दी। मौके पर पुलिस की गाड़ी भी आई, लेकिन उन्होंने एक बार तो युवाओं की बात सुनकर उनका पक्ष लिया, परन्तु अगले ही पल वे भी डाक घर कर्मियों की भाषा बोलने लगे। इस बीच उकलाना हलके के युवाओं ने अपने घर पर संपर्क किया और परिजनों को पूरी बात बताई। परिजनों ने स्थानीय विधायक व राज्य मंत्री अनूप धानक से बात की।

अनूप धानक ने राय बरेली बात करने की दिलासा दी, लेकिन इसके बाद उनका कोई रिस्पॉंस नहीं आया। परिजनों का दावा है कि उन्होंने पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी कॉल की, लेकिन फोन अटैंड नहीं हुआ। बाद में सांसद बृजेंद्र सिंह से इन्होंने बात की तो वहां से सोमवार को मामले का हल निकलवाने की कोशिश करने की बात कही गई।

इसी बीच राय बरेली में ही मौजूद किसी समझदार व्यक्ति ने परेशान युवाओं को कहा कि उत्तरप्रदेश निवासी ये कर्मी इन्हें यहां नौकरी ज्वाइन नहीं करने देंगे। अगर किसी तरह ज्वानिंग करवा भी दी तो कैदी बना देंगे। खातों की कलेक्शन का काम दे देंगे। तुम सब कलेक्शन करके लाना, किसके खाते में जमा करेंगे और किसके खाते में नहीं, यह इनके हाथ में रहेगा। ऐसे में पूरी राशि जमा करने की बजाए ये अपनी जेब भरेंगे और अगर कभी मामला उठा तो तुम पर ही फ्रॉड का मामला दर्ज करवा देंगे। जिस पर खुद को ठगा सा महसूस करते हुए ये वापस अपने घरों को लौट आए।

इस मामले में आज रविवार को पंचग्रामी की पंचायत हुई, जिसमें पाबड़ा, कंडूल समेत कुंडू गौत्र के पांच गांवों के सरपंच और अन्य मौजिज लोग मौजूद रहे। इन्होंने पूरे प्रकरण की निंदा की और मुख्यमंत्री मनोहर लाल से हस्तक्षेप करने की मांग की। पंचायत के बाद ये सब लोकसभा सांसद बृजेन्द्र सिंह को अपना मांगपत्र सौंपने के लिए रवाना हो गए। इसके बाद जीडीएस के पद पर ज्वाइनिंग नहीं देने के बाद मामला गरमा गया है।

महम विधायक बलराज कुंडू और नवीन जयहिंद ने सीएम मनोहर लाल पर निशाना साधा है। इसकी वीडियो वायरल होने के बाद इस मुद्दे को उठाते हुए कुंडू और नवीन जयहिंद ने सीएम मनोहर लाल पर निशाना साधा है। वहीं उन्होंने सीएम पर कटाक्ष करते हुए युवाओं को ज्वाइनिंग दिलाने का मुद्दा उठाने के लिए कहा है।

वहीं, इनेलो के प्रधान महासचिव एवं एलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव कुमारी सैलजा और हाल ही में हरियाणा जनसेवक पार्टी बनाने वाले महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि हरियाणा सरकार मामले में हस्तक्षेप पर सभी युवाओं की ज्वाइनिंग कराना सुनिश्चित करे। अभय चौटाला ने कहा कि एक ओर हरियाणा की गठबंधन सरकार प्रदेश से बाहर के लोगों को विभिन्न पदों पर सरकारी नौकरी और राजनीतिक ओहदों पर बैठा रही है वही यूपी सरकार युवाओं को जॉब मिलने के बाद भी ज्वाइनिंग नहीं करा रही।

वहीँ महम के विधायक बलराज कुंडू ने ट्विटर पर वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि प्रदेश के युवाओं के साथ हरियाणा के होने के कारण भेदभाव हो रहा है। प्रदेश के पांच युवाओं का केंद्रीय डाक विभाग के तहत रायबरेली (उत्तर प्रदेश) में GDS के पद पर चयन हो चूका है, लेकिन उन्हें डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के नाम पर दफ्तरों में चक्कर कटवाए जा रहे हैं। ज्वाइनिंग नहीं करवाई जा रही क्योंकि वे बच्चे हरियाणा से हैं।

सीएम मनोहर लाल ने तो 80% बाहर के युवाओं को नौकरी देकर हरियाणा को बेरोजगारी में नंबर 1 बना दिया है, लेकिन अब सीएम कम से कम अपनी मेहनत के दम पर बाहरी राज्यों में नौकरी पाने वाले हमारे प्रदेश के बच्चों को उनका हक दिलवाएं। कुंडू ने लिखा की सीएम उनकी मदद करें।

उधर मामले में नवीन जयहिंद ने भी सीएम पर हमला बोला है। जयहिंद ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए ट्विटर पर लिखा कि जब हमने यह मुद्दा उठाया था तो केस लगाकर जेल में डाल दिया था। मुख्यमंत्री हरियाणा में सरकारी नौकरी के लिए पूरे देश के लिए दरवाजे खोल रखे है, लेकिन हरियाणा वालों को कोई नौकरी नहीं देता सबने दरवाजे बंद कर रखे हैं।

 

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