रोहतक। ‘टास्क फ्रॉड’ ये एक ऐसी साइबर ठगी है जिसमे पढ़े-लिखे होने के बावजूद लोग लालच में आकर अपना लाखों-करोड़ों रुपए गंवा रहे हैं। ताजा मामला, रोहतक का है, जहां एक महिला से ‘टास्क फ्रॉड’ के जरिए 13 लाख रुपए की ठगी कर ली गई। महिला को फंसाने के लिए 1000 रुपए टास्क शुरू किए गए थे। अपनी कमाई के 1 हजार रुपए लेने के लिए महिला उनके जाल में फंस गई। साइबर पुलिस ने इस मामले में आईपीसी और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने साइबर ठग के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
प्रॉपर्टी की रेटिंग
रोहतक की भरत कॉलोनी निवासी जागृति पूनिया ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 13 जनवरी को उसके पास वॉट्सऐप मैसेज आया। जिसमें पार्ट टाइम जॉब करने के लिए पूछा। 14 जनवरी फिर दोबारा से पूछा तो उसने हामी भर दी। जब काम पूछा तो सामने वाले ने कहा कि क्लाइंटों की प्रॉपर्टी की रेटिंग करनी है। हर टास्क पर 200 रुपए मिलेंगे। जब टास्क पूरा किया तो टेलीग्राम पर बात करने के लिए कहा और एक लिंक भेजा।
रुपए मांगने पर दिया अगला टास्क
पीड़िता ने जब लिंक पर क्लिक किया तो रीसेप्शनिस्ट से टेलीग्राम पर बात की। उसके कहे अनुसार 5 टास्क पूरे किए और बाद में प्रीपेड टास्क के लिए पूछा। 15 जनवरी को उसने दूसरे से बात करने के लिए लिंक भेजा। उससे बात करने के बाद उनके कहे अनुसार 1000 रुपए उनको अपने अकाउंट से दिए और टास्क पूरा किया। जब 1000 रुपए वापस मांगे तो कहा कि अगला टास्क 3 हजार रुपए का है।
जुर्माना भी भरवाया
जागृति पूनिया ने बताया कि आरोपियों से टास्क के नाम पर डिमांड आती रही और वह पूरा करती रही। जब 3 हजार रुपए उनके खाते में डाली तो फिर उन्होंने 10 हजार व 15 हजार रुपए की टास्क डिमांड भेजी। 10 हजार रुपए के बदले 13 हजार रुपए देने का झांसा दिया। टास्क पूरा करने के बाद पैसे मांगे तो कहा कि टास्क पूरा करने में गलती कर दी। जिसकी भरपाई के लिए 38600 रुपए का जुर्माना भरवाया। साथ ही गलती को ठीक करने के लिए 96 हजार रुपए मांगे। इसके बाद टास्क पूरा होने की बात कही तो पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन कहा कि गलती के कारण अकाउंट फ्रीज हो गया, जिसे खुलवाने के लिए 2 लाख 31 हजार 500 रुपए लिए।
टैक्स के नाम पर मांगे 3.20 लाख
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने कहा कि रेप्युटेशन स्कोर कम हो गया, इसके नाम पर 3 लाख 60 हजार की मांग की। जिसके बाद 18 जनवरी को रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद रकम अधिक होने के कारण टैक्स भरने के लिए टैक्स सुपरवाइजर से बात करने के लिए कहा। उसने 2 लाख 46 हजार 900 रुपए का टैक्स भरवाया। सामने वाले ने कहा कि निकासी के लिए 10 लाख 69 हजार 900 रुपए हो गए हैं, इसलिए रकम का 30 प्रतिशत 3 लाख 20 हजार 970 रुपए जमा करवाए।
13 लाख 9 हजार 970 रुपए की ठगी
पीड़िता ने रकम जमा करवाने के बाद पैसे निकलवाने का आग्रह किया तो उन्होंने कहा कि टैक्स भरने में गलती की थी। जिसकी वजह से गलती दिखा रहा है। इस गलती को हटाने के लिए दूसरे से बात करने के लिए कहा, जिसने ट्रेड के लिए सिक्योरिटी डिपोजिट के नाम पर 8 लाख 27 हजार 526 रुपए की मांग की। इसके बाद आरोपियों ने जमा राशि वापस नहीं दी। जिन्होंने कुल 13 लाख 9 हजार 970 रुपए की ठगी की। जिसकी शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।