रोहतक। रोहतक में आज सैंकड़ों धरतीपुत्र अपने टैक्टर, गाड़ियां और बाइक को लेकर सड़कों पर उतरे। सैंकड़ों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर परेड की। उस समय एक एक टैक्टर पर कई कई किसान मौजूद थे। ट्रैक्टर परेड के तहत धरतीपुत्रों ने सरकार को चेताया कि उन की लंबित मांगों को पूरा किया जाए। इस दौरान उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि 13 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान दिल्ली कूच करेंगे।
यह हैं किसानों की मांगे
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान नई अनाज मंडी में इकट्ठा हुए। जहां से सैकड़ों ट्रैक्टरों की परेड निकाली और किसान दिल्ली बाइपास तक गए। ट्रैक्टर परेड के माध्यम से किसानों ने अपना विरोध जताया। ट्रैक्टर परेड के लिए किसान संगठन पिछले कई दिनों से अभियान चलाए हुए थे। जिसके तहत गांव-गांव जाकर लोगों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया जा रहा था। किसानों की मांग है कि लंबित मुद्दों को लागू किया जाए। जिसमें एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी का कानून बनाने, बिजली संशोधन कानून रद्द करने, लखीमपुर खीरी के शहीद किसानों को न्याय देने, कर्जा मुक्ति करने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों की लूट पर रोक लगाना शामिल हैं।
सरकार को दी ये चेतावनी
भारतीय किसान यूनियन रोहतक की महिला जिला प्रधान मोनिका ने कहा कि यह प्रदर्शन गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए किया गया था। 26 जनवरी को किसानों ने दिल्ली में धरना दिया था, इसलिए उन्होंने ट्रैक्टर परेड की। इसके माध्यम से सरकार को बताना चाहते हैं कि सरकार यह न सोचे कि किसान अभी तक सो रहे हैं। किसान अभी जाग रहे हैं। अभी-अभी एमएसपी की लड़ाई चल रही है, जिसकी शुरुआत आज से की गई है। वहीं, 13 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा ने आह्वान किया है कि दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
प्रशासन से ली गई थी अनुमति
आपको बता दें किसानों ने प्रशासन से पहले ही शांतिपूर्ण टैक्टर मोर्चा निकालने के लिए अनुमति ले ली थी। अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव सुमित दलाल ने बताया कि रोहतक में ट्रेक्टर परेड के लिए 50 से ज्यादा गावों में जन जागरण अभियान चलाया गया था। आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर 12 बजे तक किसान अनाज मंडी में एकत्रित हुए। इसके बाद वहां से भिवानी चुंगी, पुराना बस स्टैंड, चौधरी छोटूराम चौक, अंबेडकर चौक, मानसरोवर पार्क, मेडिकल मोड से दिल्ली बाइपास तक ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। किसान मोर्चा के साथ, जनसंगठनों, सामाजिक संगठनों, छात्रों, महिलाओं और युवा संगठनों ने भी इस परेड-मार्च में हिस्सा लिया। परेड में किसानों के ट्रैक्टर, गाड़ियां और मोटरसाइकिल शामिल हुई।