गरिमा टाइम्स न्यूज.रोहतक : रेलवे स्टेशन पर अब हादसों को रोकने के लिए रेलवे विभाग पूरी तैयारी कर रहा है। इसके लिए अधिकारियों ने रेलवे मंत्रालय को पत्र भेज दिया है। ताकि जल्द से जल्द रेलवे के नए भवन निर्माण के साथ साथ रेलवे लाइन के बीचों बीच फेंसिंग लाइन लगाकर हादसों को रोका जा सके। क्योंकि ज्यादातर यात्री रेलवे ओवरब्रिज का प्रयोग न करके लाइन के ऊपर से ही लाइन को पार करते है। ऐसे में एक बार नहीं बहुत बार हादसे तक हो चुके है।
रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ एक साथ दो थाने होने के बावजूद भी यात्री रेलवे ट्रैक को उसके ऊपर से ही पार करते है। हालांकि पुलिस जब एक्शन मोड में आती है तो ज्यादातर लोगों के चालान तक करती है। लेकिन एक बार चालान होने के बाद पुलिस दोबारा से इस मोड में काफी दिन बाद एक्टिव होती है। तब तक एक नहीं बहुत बार हादसे तक हो जाते है। एक माह के एवरेज की बात करें तो माह में दो से तीन हादसे तो लाइन पार करते वक्त यात्रियों के साथ जरूर होते है। लेकिन अब इन हादसों को कम करने के लिए रेलवे इसे बेडे को उठाने जा रहा है। इसमें यात्रियों की सुविधा होगी। रेलवे भवन निर्माण के साथ साथ इस लाइन को लगाने की भी मंजूरी जल्द आ सकती है।
पुलिस अधिकारियों की लापरवाही के कारण हो रहे हादसे
जीआरपी व आरपीएफ के जवान समय पर अपनी डय्टी दे तो हादसे रूक सकते है। लेकिन बहुत बार देखने में आया है कि पुलिस जवानों के सामने भी यात्री रेलवे ट्रैक को पार करते दिखाई देते है। जबकि बहुत कम यात्री रेलवे ओवरब्रिज का प्रयोग करते है। एक साल की बात की जाए तो लाइनपार करते वक्त दस से ज्यादा हादसे हो चुके है। बीस से ज्यादा हादसे ड्राइवर की सूझ बूझ से टल चुके है।
यात्रियों की सुविधा के लिए कार्य
इस तरह के हादसों पर अंकुश लगाने के लिए ही इस तरह के निर्णय लिए जाते है। यात्रियों की सुविधा के लिए ही यह कार्य करवाया जाएगा। ताकि हादसों को रोका जा सकें। –बलराम मीणा, स्टेशन अधीक्षक, रेलवे