रोहतक : पीजीआईएमएस ने हमें काफी मान सम्मान दिया है और यह हमारा परिवार चलाता है ऐसे में हमें इसे एक सिर्फ सरकारी संस्थान ना मानते हुए अपना घर मानकर कार्य करना चाहिए तभी हम यहां अच्छी साफ सफाई और मरीजों की सेवा दिल से कर पाएंगे। जब तक हमारे अंदर किसी कार्य को करने के लिए पूर्ण रूप से श्रद्धा नहीं होती तो वह कार्य अच्छे से पूर्ण नहीं हो पाता, यह कहना है पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज के निदेशक डॉक्टर एस के सिंघल का। वह रविवार को पीजीआईएमएस के आपातकाल विभाग में औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे।
अपने इस औचक निरीक्षण के दौरान निदेशक डॉ एस के सिंघल ने आपातकाल विभाग के हर कमरे का गहनता से निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया। डॉ सिंघल ने कहा कि आपातकाल में कई बार आने वाला मरीज अपने पैरों पर चलने में असमर्थ होता है ऐसे में इंटर्न चिकित्सक के पास ही जाकर स्ट्रेचर पर मरीज का सैंपल लेगा ताकि मरीज के परिजन मरीज को लेकर इधर-उधर लिए ना भटकें क्योंकि इससे मरीज को काफी परेशानी होती है।
विशेष रूप से एक लैब टेक्नीशियन भी नियुक्त किया
उन्होंने कहा कि वह किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे कि मरीजों को बिना वजह किसी बात की अस्पताल के अंदर कोई परेशानी का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि इसके लिए विशेष रूप से एक लैब टेक्नीशियन भी नियुक्त किया गया है जो की मरीज के बेड पर ही जाकर उसके रक्त के सैंपल लेगा। इंटर्न के कमरे के अंदर मेडिकल वेस्ट डिस्पोज आफ करने की लिस्ट भी चस्पा की जाए।
डॉ एस के सिंघल ने बताया कि सीनियर नर्सिंग अफसर को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तभी वह दूसरों से कार्य ले सकती है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के अंदर कोई सोने नहीं आता है ऐसे में यदि चेंजिंग रूम में बेड नजर आए तो वह सीनियर नर्सिंग अफसर के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही करेंगे।
डॉ सिंघल ने कहा कि अस्पताल के अंदर इन्फेक्शन का बहुत अहम रोल होता है और इमरजेंसी के अंदर तो कई बार ऐसे मरीज आते हैं जिनसे रक्तस्राव भी हो रहा होता है, जिससे इंफेक्शन फैलने की दर अधिक रहती है तो ऐसे में सख्त आदेश जारी किए गए हैं कि आपातकाल विभाग के अंदर हर घंटे में पोंछा लगाया जाए जिसकी जिम्मेदारी सफाई सुपरवाइजर की रहेगी और कोताही बरतने वालों पर वह हर हाल में कार्यवाही करेंगे।
उन्होंने कहा कि कई जगह आईवी स्टैंड बेड के साथ न होकर अलग रखे हुए हैं जिसके चलते सख्त आदेश दिए गए हैं कि हर बेड के साथ आईवी स्टैंड और अन्य आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि वह किसी भी हाल में कोताही बरतने वालों पर नरमी बरतने वाले नहीं हैं ऐसे में सभी चिकित्सक और स्टाफ सदस्य दिल से कार्य करने की आदत डालें क्योंकि वे अब सप्ताह में कभी भी दिन या रात के समय औचक निरीक्षण करेंगे और कोताही बरतने वालों पर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी।
बोर्ड और संपर्क नंबर
डॉ. सिंघल ने निर्देश दिए कि आपातकाल विभाग में जहां चिकित्सक बैठता है वहां पर व्हाइट बोर्ड लगाए जाएं जिन पर यूनिट के ड्यूटी अधिकारी और नर्सिंग अधिकारी के संपर्क नंबर हों। इससे मरीजों और उनके परिजनों को आवश्यक जानकारी प्राप्त करने में आसानी होगी।
सीनियर नर्सिंग अफसर की होगी प्रबंधन की जिम्मेदारी
डॉ. सिंघल ने कहा कि आपातकाल और वार्डों के अंदर प्रबंधन की जिम्मेदारी एएनस और सीनियर नर्सिंग अफसर की है कि वह अपने अधीन आने वाले कर्मचारियों के साथ मिलकर अस्पताल की साफ सफाई और प्रबंधन का विशेष तौर पर ध्यान रखें और इसे घर की तरह संभालें और मरीजों को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान करें। उन्होंने कहा कि वे अस्पताल की व्यवस्था और सेवाओं में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, जिसमें सभी को सहयोग करना चाहिए।