Rohtak News: उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि अधिकारी समाधान शिविरों को गंभीरता से लेते हुए उपस्थिति सुनिश्चित करें तथा शिविरों में प्राप्त हो रही शिकायतों का यथाशीघ्र निपटारा करें। समाधान शिविर प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। यदि कोई अधिकारी भविष्य में समाधान शिविर से पूर्व अनुमति बिना अनुपस्थित रहता है तो उसके खिलाफ सरकार को लिख दिया जाएगा।
धर्मेंद्र सिंह स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में समाधान शिविरों की शिकायतों की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे थे। हरियाणा समाधान प्रकोष्ठ द्वारा समाधान शिविरों की शिकायतों की समीक्षा की गई तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि विभागाध्यक्ष विभाग की ज्यादा लंबित शिकायतों को स्वयं देखें तथा शीघ्र इन शिकायतों का निपटारा करवाए। समाधान शिविरों में आने वाले अधिकारियों को विभाग की लंबित शिकायतों की पूर्ण जानकारी हो तथा वे इन शिकायतों की हार्ड कॉपी भी साथ लेकर आए। उन्होंने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग के पेयजल आपूर्ति एवं सीवर से संबंधित नोडल अधिकारी समाधान शिविर में उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी पुरानी लंबित शिकायतों को तुरंत निपटाए। इस अवसर पर नगर निगम के संयुक्त आयुक्त भूपेंद्र सिंह, नगराधीश अंकित कुमार, पुलिस उपाधीक्षक रवि खुंडिया, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल, सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, डीटीपी सुमनदीप, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की कार्यकारी अभियंता सीमा नारा सहित अन्य संबंधित अधिकारी व भाजपा के प्रतिनिधि एडवोकेट अंकुश आदि मौजूद रहे।