गरिमा टाइम्स न्यूज.रोहतक : शहर में ज्यादातर जगहों पर मिलने वाले घी, दूध, खोया बर्फी समेत अन्य खाद पदार्थ सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है। एफडीए ने छह माह पहले लिए सैंपलों में से 24 सैंपल फेल पाए गए है। अगर उनकी गुणवत्ता की बात की जाए तो वह बिल्कुल भी खाने लायक नहीं है।
बता दें कि छह माह पहले लिए गए सैंपलों की रिपोर्ट अब आई है, वह मिठाई तो हजारों लोग खा चुके है। उसके बाद भी वह इसी किस्म की मिठाइयां बना रहा होगा। ऐसे में जिन लोगों ने उस मिठाई को खाया होगा उनकी सेहत पर क्या असर रहा होगा। इस बात को कोई नहीं जान सकता है। लेकिन इसमें अब सुधार के लिए क्या कदम उठाए जा सकते है, इस पर काम किया जाना बाकी है। ताकि लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ न हो सके। ऐसे लोगों में बीमारियां तक बढ़ रही है। लोगों की सेहत की तरफ फूड विभाग का कोई ध्यान नहीं है। इसके लिए बेहतर से बेहतर कदम उठाने का काम किया जाना चाहिए।
साफ सफाई व रजिस्टर्ड दुकानों से ही मिठाई खरीदें
शहर के ज्यादातर एरिया में देखने में आता है कि बाहर सड़क के किनारे पर ही मिठाई रखकर बेचने लग जाते है। इससे धूलकण व अन्य किटाणुओं के कारण आमजन बीमार हो रहे है। लेकिन खाने वाले उन्हें खूब खा भी रहे है। दुकानदार को खुद मिठाइयों को धूलकण से बचाना चाहिए। ताकि किसी की सेहत पर बुरा प्रभाव न पड़ सकें।