Saturday, May 18, 2024
Homeहरियाणारोहतक2000 के नोट बंदी पर बोले रोहतक के व्यापारी, 'सरकार का ये...

2000 के नोट बंदी पर बोले रोहतक के व्यापारी, ‘सरकार का ये फैसला बिल्कुल…’

- Advertisment -

भारतीय रिजर्व बैंक आठ नवंबर 2016 को रात्रि 12 बजे से पुराने नोट बंद करने के बाद 2000 का नोट प्रचलन में लाया था। साढ़े छह साल में ही भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को फिर से 2000 के नोट की छपाई बंद कर इसे वापस लेना शुरू कर दिया है। आरबीआई ने सभी बैंकों को 30 सितंबर तक इन नोटों को बदलने की सुविधा देने को कहा है।

- Advertisment -

रोहतक। 2000 के नोट बैंकों को वापस किए जाने का सर्कुलर जारी होने से शुक्रवार शाम से ही रोहतक के बाजारों में अफरा-तफरी मच गई। आलम ऐसा था कि हर दुकान पर 2000 के नोटों के साथ लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। जिससे परेशान व्यापारियों ने 2000 का नोट लेने से मना कर दिया।

वहीं, कई बड़े कारोबारियों का करोड़ों का पेमेंट रुक गया है। व्यापारियों का कहना है कि 2000 के नोट बंद होने के फैसले से एक बार फिर मंदी की मार झेलनी पड़ेगी। इससे बड़े कारोबारी ज्यादा प्रभावित होंगे। 2000 का नोट बंद होने की खबर आते ही शाम 8 बजे के बाद बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी। लोग सामान खरीदने के लिए दो हजार के नोट के साथ पहुंचने लगे हैं। कुछ दुकानदार बदल रहे हैं तो कुछ मना कर रहे हैं।

गौरतलब है कि 23 मई से लोग 2,000 के नोट को बदलवा सकेंगे। इसकी डेडलाइन 30 सितंबर तक दी गई है। 2000 के नोटबंदी करने और इन्हें वापस लिए जाने पर बहस छिड़ गई है। व्यापारियों ने जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया है और कहा है कि इससे परेशानियां बढ़ेंगी। वहीँ कुछ लोगों ने कहा कि सरकार का बिल्कुल उचित फैसला है और बैंक से एक्सचेंज से सितंबर तक का वक्त दिया गया है जो पर्याप्त है।

आपको बता दें भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्रीय बैंक ने 2,000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की है। आरबीआई ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये मूल्यवर्ग के नोट जारी करना बंद करें। हालांकि ये नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे। इसका मतलब है कि अगर आपके पास 2,000 रुपये का नोट है तो उसकी मान्यता बनी रहेगी। आरबीआई ने बैंकों को 30 सितंबर 2023 तक 2000 रुपये के नोट बदलने के निर्देश दिए हैं। ये सुविधा 23 मई से देशभर के सभी बैंकों में उपलब्ध होगी। इसके बाद फिर से बहस छिड़ गई। व्यापारियों और कारोबारियों में चिंता बढ़ गई है।

कपडा व्यापारी राधेश्याम चावला ने कहा रिजर्व बैंक ने फैसला जल्दबाजी में लिया है। पहले भी व्यापारी 2016 में नोट बंदी के बाद व्यापार करने में बहुत परेशान रहा था। रिजर्व बैंक ने जो फैसला लिया है वह मध्यम वर्गीय व्यापारी के हित में नहीं है। बहुत कम समय में दो बार नोट बंद करना व्यापार को प्रभावित करेगा। साथ ही लोग अभी भूल नहीं पाएं हैं वो लंबी लाइनों में खड़े होना। एक बार फिर सरकार लोगों को काम काज छोड़ लाइनों में लगने के लिए मजबूर कर रही है।

दवा व्यापारी वर्ग के कई लोगों का कहना है कि नोटबंदी पहले भी हमने देखी है। इस बार गरीब के खाते में नोटबंदी नहीं है, क्योंकि 2000 का नोट बड़ा होता है और मिडिल क्लास फैमिली के लोगों ने लंबे अरसे से यह नोट देखा नहीं है। तो इस नोट बंदी का असर आम लोगों पर नहीं पड़ेगा। हालांकि इस नोट बंदी का असर भ्रष्टाचार में इस्तेमाल करने वाले लोगों पर जरूर पड़ेगा। यह सरकार का बिल्कुल उचित फैसला है और बैंक से एक्सचेंज से सितंबर तक का वक्त दिया गया है जो पर्याप्त है।

स्वर्णकार जगदीश अग्रवाल ने कहा कि कुछ हद तक रिजर्व बैंक ने जो फैसला लिया है वह ठीक है लेकिन एक बार में 20000 रुपए परिवर्तित करने की जो सुविधा दी है, वह कम है। इससे व्यापार प्रभावित होगा। अभी दो हजार के नोट बंद किये है कुछ समय बाद 500 के भी कर देंगे। तब भी कोई क्या कर लेगा, लेकिन अधिक परेशानी उन्ही लोगों को होगी जो टैक्स चोरी करते हैं।

किराणा स्टोर व्यापारी अनुभव अग्रवाल ने कहा कि 2016 की नोटबंदी के बाद अब अचानक 2000 रुपए के नोट को बंद करना व्यापार के हित में नहीं है। नोट बंदी के बाद भी व्यापारी वर्ग परेशानियां झेलता रहा था। अब यह फैसला दोबारा व्यापारियों को परेशान करेगा। बाजार का ग्रोथ होगा प्रभावित सरकार का यह फैसला ठीक नहीं है। मार्केट में जब पैसा नहीं रहेगा तो बाजार कैसे ठीक रहेगा। नोटबंदी किसी समस्या का उपाय नहीं है। आने वाले समय में इसका असर दिखेगा। रिजर्व बैंक को इसका चलन बंद करने का कोई फायदा नहीं मिलेगा।

सीए अंकुश अरोड़ा का कहना है कि आरबीआइ द्वारा दो हजार रुपये के नोट वापसी का निर्णय स्वागत योग्य है। इससे काले धन पर अंकुश लगाने में सफलता मिलेगी। जमाखोरी, कालेधन व भ्रष्टाचार पर अंकुश बढ़ेगा। व्यापारियों को घबराने की जरूरत नहीं है। व्यापारी उपलब्ध नोट बैंक खाता में जमा कर सकते हैं। आरबीआइ ने लंबा समय दिया है। इस निर्णय से व्यापार में काई असर नहीं होने वाला है। वैसे भी दो हजार के नोटों का प्रचलन कम हो चुका था। बाजार में इसका फ्लो कम हो गया था। इसी वजह से बाजार सामान्य रहेगा।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -
- Advertisment -

Most Popular