गरिमा टाइम्स न्यूज. रोहतक : काटमंडी के पास मैन रोड पर ही बेसमेंट में एक निजी स्कूल के चलने का मामला सामने आया है। पिछले काफी समय से यह स्कूल चल रहा है। मैन सड़क से यह एक से डेढ़ फिट की ऊंचाई पर ही स्थित है। अगर दो घंटे लगातार बारिश आ जाए तो बेसमेंट में पानी जाने से बच्चों को भी खतरा हो सकता है। क्योंकि प्रवेश द्वार से अलग स्कूल में कोई अमरजेंसी निकासी द्वार तक नहीं लगा हुआ है। इस तरह की बिल्डिंग में पढ़ना बच्चों के लिए खतरे से खाली नहीं है। स्कूल संचालक से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया।
बेसमेंट का इस्तेमाल स्टोरेज, डार्क रुम, बैंक सेलर, पार्किंग स्पेस या कुछ सामान रखने के लिए किया जा सकता है. यहां तक कि बेसमेंट में किचन, बाथरूम और टॉयलेट बनाने की भी इजाजत नहीं होती है। अगर सीवर लेवल के आधार पर टॉयलेट सेफ है तो इसकी इजाजत दी जा सकती है। रोहतक काटमंडी बेसमेंट में चल रहे स्कूल में सिर्फ प्रवेश द्वार ही है प्रवेश द्वार पर कोई हादसा होता है तो बच्चों को बाहर निकालने के लिए अलग से कोई रास्ता नहीं है। भविष्य में अगर इस तरह का कोई हादसा हो जाए तो बच्चों को बचाने वाला कोई नहीं है। तेज बारिश आ जाए तो बेसमेंट पूरी तरह से पानी से भर सकता है। हालांकि फायर सेफ्टी के लिए स्कूल में सिलेंडर तो लगे हुए है। लेकिन स्कूल संचालक नोड्यूज नहीं दिखा पाए।
बता दें कि एक माह पहले भारी बारिश के बाद दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित कोचिंग अकादमी के बेसमेंट में पानी भर गया। इस हादसे में तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई है।
तुरंत जांच करवाई जाएगी : इस तरह का मामला अभी तक हमारे सामने नहीं आया है। किन नियमों के हिसाब से वह स्कूल चला रहे है। इसकी भी तुरंत जांच करवाई जाएगी। हालांकि जांच के आदेश संबंधित अधिकारी को दे दिए गए है। निष्पक्ष जांच कर इसकी रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी। –तिलकराज, असिस्टेंट टाउन प्लानर, नगर निगम
जांच करवाई जाएगी : इस मामले की बीओ से बोलकर जांच करवाई जाएगी। अभी तक इस मामले से अवगत नहीं है। पहले कभी इस तरह का मामला भी सामने नहीं आया है। अगर नियमों को ताक पर रखकर इस तरह का काम चल रहा है तो उस पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। –मंजीत मलिक, डीईओ, शिक्षा विभाग