Rajasthan News: केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री एवं अलवर सांसद भूपेंद्र यादव ने जिला सचिवालय खैरथल-तिजारा में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक लेकर विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि टीम भावना के साथ कार्य कर जिले के सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य करें।
यादव ने योजनाओं एवं प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सुनिश्चित करें कि केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं, कार्यक्रमों का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों को पहुचाएं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि विकास कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण किया जाए ताकि आमजन को समय पर सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने पूर्व में आयोजित समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों की अनुपालना रिपोर्ट का अवलोकन कर अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पूर्व में जारी सभी निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करते हुए आगामी बैठकों में पूर्ण रिपोर्ट के साथ उपस्थित हों।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक के दौरान अधूरी परियोजनाओं और लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को स्पष्ट निर्देश दिए कि पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़क मरम्मत का कार्य नहीं करने वाले और कार्य अधूरा छोड़ने वाले ठेकेदारों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने जल जीवन मिशन के अंतर्गत राजस्थान में खैरथल—तिजारा जिले की 18 रैंक को सुधारने हेतु समयबद्ध कार्य योजना बनाकर कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्थापित हैंडपंप एवं ट्यूबवेल की कार्यशीलता सुनिश्चित करने हेतु सर्वे कर रिपोर्ट कार्यालय को प्रस्तुत करने और आवश्यकतानुसार कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने समय सीमा में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कंटिंजेंसी कार्यों को शीघ्र पूरा करने का आदेश दिया। कंट्रोल रूम में पेयजल की कुल 24 शिकायतों में से शेष 8 शिकायतों का आज ही निस्तारण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया। उन्होंने बजट घोषणाओं पर अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा कर तय समय सीमा में सभी बजट घोषणाओं को धरातल पर उतारने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि जल आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विषय में किसी भी प्रकार की उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जनप्रतिनिधि की सजगता और प्रशासन के आत्मविश्वास से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है।
केंद्रीय वन मंत्री ने स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। साथ ही, उन्होंने नगर निकायों द्वारा संचालित स्वच्छता अभियानों की प्रगति की भी गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि यह मानसिकता न रखें कि कार्य केवल उच्च स्तर पर ही संपादित होना है। यदि किसी कारणवश कार्य में उच्च स्तर पर विलंब हो रहा हो तो इसकी सूचना तुरंत उनके कार्यालय, उन्हें स्वयं अथवा संबंधित स्थानीय विधायक को दी जाए ताकि समय पर समस्याओं का समाधान कर आमजन को अपेक्षित सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। केंद्रीय मंत्री ने नगर परिषद खैरथल, तिजारा एवं किशनगढ़ बास में लिगेसी वेस्ट के निस्तारण हेतु डीएलबी स्तर पर की गई टेंडर प्रक्रिया का सतत फॉलोअप कर कचरा निस्तारण के कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
त करने की दिशा में ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए।