Rajasthan News: प्रमुख शासन सचिव खान एवं भूविज्ञान टी. रविकान्त ने बताया है कि राज्य में खनिज खोज को बढ़ावा देने और गुणवत्तापूर्ण एक्सप्लोरेशन कार्य के लिए राजस्थान मिनरल एक्सप्लोरेशन कारपोरेशन का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विभिन्न प्रकार के बेशकीमती खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और ऐसे में एक्सप्लोरेशन और वैज्ञानिक खनन पर जोर दिया जाना आवश्यक हो जाता है।
प्रमुख सचिव खान टी. रविकान्त मंगलवार को झालाना में जियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अरावली हॉल में ज्वाईट वर्किंग ग्रुप की 9 वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप में भारत सरकार के खान मंत्रालय के निदेशक तकनीकी, जीएसआई, एमईसीएल, आईबीएम, आरएसएमएम और राज्य के खान व भूविज्ञान के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
रविकान्त ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा प्रदेश की खनि संपदा के खोज और खनन कार्य को गति देने पर जोर देते रहे हैं और इसके लिए प्रदेश में मिनरल एक्सप्लोरेशन कारपोरेशन के गठन की आवश्यकता प्रतिपादित करने के साथ ही बजटीय घोषणा की है। उन्होंने बताया कि कारपोरेशन के गठन से प्रदेश में खनिज एक्सप्लोरेशन कार्य को गति दी जा सकेगी और एक्सप्लोरेशन क्षेत्र में कार्य कर रही विशेषज्ञ संस्थाएं व निजी प्लेयर्स का भी आवश्यकतानुसार भागीदारी तय की जा सकेगी।
टी. रविकान्त ने प्रदेश में एक्सप्लोरेशन में जुटी केन्द्र व राज्य सरकार की संस्थाओं से कहा कि एक्सप्लोरेशन कार्य में गुणवत्ता, उपलब्धता और वाइबिलिटी का सटीक आकलन किया जाना चाहिए ताकि ऑक्शन में अधिक से अधिक भागीदारी तय हो सके, राज्य में अन्य के साथ ही खनन क्षेत्र में रोजगार, निवेश और राजस्व के नए अवसर विकसित हो सके। उन्होंने खनन कार्य में जुटी संस्थाओं व खान विभाग के बीच भी बेहतर तालमेल की आवश्यकता प्रतिपादित की।
उन्होंने एक्सप्लोरेशन और ऑक्शन खानों के शीघ्र परिचालन में आ रही समस्याओं को चिन्हित कर उनके समाधान सुझाने के लिए निदेशक जीएसआई श्री हरीश मिस्त्री, अतिरिक्त निदेशक पर्यावरण खान विभाग श्री महेश माथुर, अतिरिक्त निदेशक भूविज्ञान श्री आलोक प्रकाश जैन और एमईसीएल के श्री सीआर शर्मा की चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर शीघ्र रिपोर्ट मय सुझाव के प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने इस कमेटी को फील्ड स्तर पर आ रही समस्याओं को भी चिन्हित करने को कहा है वहीं खान व भूविज्ञान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे एक्सप्लोरेशन क्षेत्र में संबंधित प्रतिनिधियों से समन्वय व सहयोग बनाएं।
जियोलोजिकल सर्वें ऑफ इण्डिया के उपमहानिदेशक श्री अनिंध्यों भट्टाचार्य ने बताया कि जीएसआई अपनी स्थापना का 175 वां वर्ष मना रहा है और इस अवसर पर राज्य में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्रचुर मात्रा में मेजर और माइनर मिनरल उपलब्ध है और जीएसआई द्वारा एक्सप्लोरेशन कर सरकार को जीएम और जीआर दी जा रही है ताकि ब्लॉक तैयार कर नीलामी और खनन हो सके। उन्होंने खान विभाग, जीएसआई और इससे जुड़ी संस्थाओं के बीच बेहतर तालमेल की सराहना की।
जीएसआई के निदेशक हरीश मिस्त्री ने विस्तार से प्रगति की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा राजस्थान और गुजरात के फास्फेट मिनरल्स का डेटावेस बुकलेट के रुप में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने इसके लिए आरएसएमएम से भी डेटा साझा करने को कहा।