Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को अजमेर में आयोजित एक समारोह में ‘मेवाड़ गौरव सम्मान’ से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें जन चेतना मंच द्वारा आयोजित स्व. सुंदर सिंह भंडारी स्मृति व्याख्यान माला और अभिनंदन समारोह के अंतर्गत प्रदान किया गया।
वासुदेव देवनानी इस सम्मान को प्राप्त करने वाले तीसरे व्यक्ति हैं। इससे पहले यह सम्मान स्वर्गीय सुंदर सिंह भंडारी और गुलाबचंद कटारिया को दिया जा चुका है। देवनानी को यह सम्मान समाज सेवा, राजस्थान विधानसभा में किए गए नवाचारों और वैचारिक क्रांति के लिए प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए देवनानी ने कहा, “मेवाड़ की धरती मेरा गौरव है। यह सम्मान मेरे लिए गर्व और प्रेरणा का विषय है।” उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य करते हुए उन्हें ‘अकबर महान’ के पाठ को हटाकर ‘प्रताप महान’ को पाठ्यक्रम में जोड़ने का गौरव प्राप्त हुआ था।
देवनानी ने स्व. सुंदर सिंह भंडारी को याद करते हुए कहा, “वे एक महान विचारक थे। राज्यपाल रहते हुए भी वे अपने कपड़े स्वयं धोते थे। उनका जीवन तपस्वी की तरह सादा और अनुकरणीय था। उनके आदर्शों को आत्मसात करना समय की आवश्यकता है।”
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उन्होंने ‘जागृत परिवार ही सशक्त राष्ट्र का आधार’ विषय पर बोलते हुए कहा कि परिवार को जागरूक और संस्कारित बनाने के लिए हर माता को ‘जीजा माता’ बनना होगा। उन्होंने कहा कि भारत आज फिर से संयुक्त परिवार प्रणाली की ओर लौट रहा है, जो एक सशक्त भारत का संकेत है।
देवनानी ने युवाओं में बढ़ती अवसाद की प्रवृत्ति पर चिंता जताई और कहा कि “कुटुंब प्रबोधन और आपसी संवाद ही इसका समाधान है।” उन्होंने परिवार के साथ संध्या आरती, सामूहिक भोजन और संस्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या पर जोर दिया।
उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विरासत की भी चर्चा करते हुए कहा, “पुष्पक विमान, संजय की दिव्य दृष्टि, और गणेश जी की सूंड – ये सब हमारे प्राचीन भारत की महानता के प्रतीक हैं। हमें इन पर गर्व करना चाहिए।”
समारोह को अन्दानम गायत्री, कैलाश, जसवीर सिंह, आई एम सेतिया और हेमंत सिसोदिया सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी संबोधित किया।