पंजाब, शिरोमणि कमेटी द्वारा आज श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पहला प्रकाश गुरुपर्व हर साल की तरह श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जा रहा है। इसको लेकर विभिन्न आयोजन शुरू कर दिए गए हैं।
प्रकाश पर्व के मौके पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब को खूबसूरत फूलों से सजाया गया है। प्रकाश पर्व के अवसर पर कल 4 सितंबर को गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब से सचखंड श्री हरिमंदर साहिब तक खालसाई जाहो-जलाल के साथ नगर कीर्तन सजाया जाएगा।
प्रकाश पर्व के अवसर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब को जलौ से सजाया जाएगा और शाम को दीपमाला पर आतिशबाजी होगी। सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में फूलों की सजावट और सुंदर दीपमाला भी संगत के लिए विशेष आकर्षण बन रही है।
सिखों के पांचवें गुरु, गुरु अर्जन देव जी ने पहली बार 1604 में दरबार साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब को प्रकाशित किया था। बाबा बुड्ढा जी पहले ग्रंथी हुए जिन्होंने प्रथम पातशाह से लेकर छठे पातशाह तक अपना जीवन सिख धर्म की सेवा में समर्पित कर दिया।
पंजाब, पापरा एक्ट में संशोधन से अवैध कॉलोनियों में प्लॉट खरीदने वालों को बड़ी राहत
बाद में इस संबंध में दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी ने आदेश जारी किया कि अब सभी सिख गुरु ग्रंथ साहिब का पालन करेंगे। सिखों के पांचवें गुरु, गुरु अर्जन देव जी ने पहली बार 1604 में दरबार साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब को प्रकाशित किया था। प्रथम ज्योति पर भक्तों ने कीर्तन दीवान सजाया और बाबा बुड्ढा जी ने बाणी का पाठ करना शुरू कर दिया।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी प्रकाश पर्व के अवसर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब को सुंदर फूलों से सजाया जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक 40 टन विदेशी फूलों से सजावट की जा रही है।