Punjab, पंजाब के उद्योग एवं वाणिज्य तथा निवेश प्रोत्साहन मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने शुक्रवार देर शाम तक इन्वेस्ट पंजाब से संबंधित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। यह बैठक उद्योग भवन में करीब तीन घंटे तक चली। इस अवसर पर सौंद ने संबंधित विभागों को फोकल प्वाइंटों की जल्द कायापलट करने के सख्त निर्देश जारी किया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान (Punjab cm mann) के नेतृत्व वाली सरकार का उद्देश्य पंजाब में औद्योगिक निवेश को बढ़ाना है और जब तक व्यापारियों और उद्योगपतियों को सुविधाएं मुहैया करवाई जाती हैं, तब तक पंजाब में औद्योगिक निवेश को बढ़ाना है। औद्योगिक क्षेत्रों और केन्द्र बिन्दुओं में सुविधाएं, लक्ष्य तब तक प्राप्त नहीं किए जा सकते जब तक उच्च गुणवत्ता वाली सुविधाएं और सुख-सुविधाएं प्रदान नहीं की जातीं। उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी फोकल प्वाइंटों को जल्द से जल्द सभी सुविधाओं से लैस किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कई निवेशक पंजाब में नए उद्योग स्थापित करने में रूचि दिखा रहे हैं लेकिन उन्हें कुछ विभागों से मंजूरी मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सौंद ने निर्देश दिए कि भूमि अधिग्रहण से लेकर ऑनलाइन मंजूरी लेने और किसी भी उद्योग को स्थापित करने में सभी विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर ऐसे निवेशकों की मदद करें और यदि किसी भी स्तर पर कोई कठिनाई आती है तो उसे उनके ध्यान में लाया जाए। ऐसे मुद्दों का समाधान किया जा सकता है मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को सूचित किया।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ से सटा पंजाब का इलाका बहुत ही दर्शनीय और खूबसूरत है, जिसे पर्यटन के लिए विकसित किया जा सकता है। उन्होंने इस उद्देश्य के लिए एक उपयुक्त योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं।
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उल्लेखनीय है कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय बनाना था ताकि उद्योगपतियों को सभी प्रकार की स्वीकृतियां प्राप्त करने में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। बैठक में उद्योग, इन्वेस्ट पंजाब, ग्रामीण विकास एवं पंचायत, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की पूरी टीम राज्य को ‘रंगला पंजाब’ बनाने के लिए बहुत प्रयास कर रही है और कई औद्योगिक घराने पंजाब में निवेश करने में रुचि दिखा रहे हैं। सौंद ने कहा कि उनके ध्यान में कुछ ऐसे मामले आए हैं जहां नए उद्योग स्थापित करने के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया में कुछ बाधाएं आ रही हैं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि पंजाब में औद्योगिक निवेश करने वाले किसी भी उद्योगपति को कोई परेशानी न आए। उन्होंने इन्वेस्ट पंजाब के अधिकारियों को सभी संबंधित विभागों के साथ सुचारू समन्वय बनाए रखने के लिए कहा।
सौंद ने कहा कि नए निवेश से राज्य की अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा तथा रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, इसलिए अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नए उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण से लेकर सभी प्रकार की स्वीकृतियां सुचारू और परेशानी मुक्त हों। उन्होंने कहा कि किसी भी परियोजना में जानबूझकर बाधा डालने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में चेयरमैन दलबीर सिंह ढिल्लों, उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव तेजवीर सिंह, इन्वेस्ट पंजाब के सीईओ डीपीएस खरबंदा, ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के सचिव दिलराज सिंह और निदेशक परमजीत सिंह सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।