पंजाब राजस्व विभाग के अधिकारियों ने फिर संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। पंजाब राजस्व अधिकारियों ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार, 14 जनवरी से राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की। इस दिन से लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने में परेशानी होगी।
यूनियन का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है और बार-बार बातचीत के बावजूद उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकला है।
यूनियन के अध्यक्ष सुखचरण सिंह चन्नी ने कहा कि सरकार के साथ कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन उनके मुद्दों को सुलझाने में लापरवाही बरती गई। उन्होंने कहा कि विजिलेंस ने मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है और मुझे गिरफ्तार भी किया गया है। मैंने उनके खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
राजस्व अधिकारी संघ ने भी आरोप लगाया कि उनकी अवैध गिरफ्तारी संघ के सदस्यों को दबाने की साजिश है। चन्नी ने कहा कि हमने सरकार को समय दिया है ताकि मांगें पूरी की जा सकें। अगर सरकार हमारी समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो हम 14 जनवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे।
यूनियन सदस्यों ने कहा कि इस हड़ताल के कारण पंजाब में रजिस्ट्री और भूमि रिकॉर्ड से संबंधित कार्य पूरी तरह से ठप हो सकता है। जिसका आम जनता और व्यापारिक गतिविधियों पर गहरा असर पड़ने की संभावना है। राजस्व अधिकारियों का यह भी कहना है कि उनकी मांगें केवल अधिकारियों के हितों से संबंधित नहीं हैं। बल्कि, जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए इन मुद्दों को हल करना आवश्यक है।