पंजाब, एक तरफ शंभू बॉर्डर पर आंदोलन चल रहा है, जिसके चलते राजपुरा से अंबाला का रास्ता बंद है, वहीं दूसरी तरफ लोग अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिनमें से एक है तेपला गांव का कच्चा पुल। यह पुल तेपला गांव को सीधे अंबाला से जोड़ता है लेकिन यह पुल कच्चे नाले को इकट्ठा करके और मिट्टी भरकर बनाया गया है और यह घग्गर नदी के अंदर बनाया गया है, जिसके ऊपर से भारी वाहन गुजरते हैं और छोटे वाहन भी गुजरते हैं।
एक समय में एक ट्रेन गुजरती है और दूसरी को उस दिन का इंतजार करना पड़ता है। जब बारिश आती है और घग्गर नदी में जल स्तर बढ़ जाता है, उस दिन यह क्षण भी समाप्त हो जाता है और बाद में बारिश के पानी से भूस्खलन होता है। जिसके बाद कोई भी वाहन यहां से नहीं गुजर सकेगा और ग्रामीणों व अन्य लोगों को अंबाला पहुंचने के लिए कम से कम 40 से 50 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी।
इग्नू ने एमबीए हेल्थ केयर एंड हॉस्पिटल मैनेजमेंट में किया नया पाठ्यक्रम लांच
लोगों का कहना है कि इस पुल को कंक्रीट से बनाया जाना चाहिए ताकि लोग यहां से गुजर सकें और कल कोई दुर्घटना न हो। पुल के आसपास की मिट्टी हमेशा खिसकती रहती है और उन्होंने सरकार से इस जगह पर कंक्रीट बनाने की भी मांग की है। इससे लोगों को फायदा हो सकता है और लोग आसानी से अंबाला जा सकेंगे।
अगले एक-दो दिनों में बारिश का मौसम शुरू होने वाला है, ऐसे में देखना होगा कि क्या सरकार इन दिनों में इन लोगों के लिए कोई पुख्ता इंतजाम करती है या फिर लोगों को जान जोखिम में डालकर इस पुल को पार करना पड़ेगा।