Punjab, पंजाब के सीमावर्ती जिलों में गैंगस्टरों और तस्करों से निपटना पंजाब पुलिस के चुनौती बनी हुई है. आधुनिक तकनीक से बने वाहनों के मामले में भी पुलिस गैंगस्टरों से कमजोर पड़ रही है. थाने में एक मात्र बोलेरो है. वही अपराधियों के पास हाईटेक वाहन हैं.
पुलिस की गाड़ियों की स्पीड भी 80 से ऊपर नहीं जाती है. ऐसे में अपराधियों से मुकाबला ही नहीं किया जा सकता है. यह जानकारी विधानसभा की गृह व न्याय विभाग की कमेटी की रिपोर्ट में आई है.
वहीं, कमेटी ने अब सभी थानों को कम से कम चार गाड़ियां देने की सिफारिश की है ताकि इस स्थिति से निपटा जा सके. इस बार बजट में सीमावर्ती एरिया पर स्पेशल फोकस रखा गया है.
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विधानसभा कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले को उन्होंने सरकार के समक्ष उठाया है. साथ ही इस दिशा में सरकार ने पैसा खर्च करने की व्यवस्था करने का दावा है.
साथ ही कहा कि चार-चार गाड़ियां थानों में पहुंचाने की दिशा में काम शुरू किया है. 12 से 13 करोड़ का प्रपोजल इसमें भेजा गया है. इस बार पंजाब सरकार ने अपने सीमावर्ती जिलों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 40 करोड़ के बजट का प्रावधान किया है.
इस पैसे का अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने, रोशनी का प्रबंध करने व आने-जाने के लिए वाहन आदि खरीदने के लिए प्रयोग किया जाएगा.