Punjab News: सचखंड श्री हरमंदिर साहिब श्री दरबार साहिब में स्थापित सोने की धुलाई व सफाई की सेवा अरदास के बाद शुरू हुई। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने यह सेवा गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था, बर्मिंघम के प्रमुख भाई महिंदर सिंह को सौंपी है।
सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के गुंबदों पर सोने की धुलाई का काम शुरू होने के अवसर पर सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के हेड ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि यह सेवा हर साल की जाती है। इस बार यह सेवा गुरु नानक निष्काम सेवक भाई महिंदर सिंह और उनके साथियों को सौंपी गई है और आज अरदास के साथ सेवा शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि हर साल बढ़ते प्रदूषण के कारण ये सोने की पत्तियां जल्दी गंदी हो जाती हैं, जिसके कारण हर साल यह सेवा की जाती है।
उन्होंने कहा कि निष्काम सेवक जत्था यह सेवा स्वैच्छिक रूप से करता है। सेवक जत्थे ने सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के भीतरी हिस्से में लगाई गई सोने की पत्तियों और मीनाकारी की मरम्मत का काम भी आवश्यकतानुसार शुरू कर दिया है, जो निरंतर जारी है। उन्होंने बताया कि समूह हर साल सोना धुलाई का कार्य करता है। इसी संदर्भ में इस बार भी भक्तगण विशेष रूप से सोना धुलाई सेवा के लिए आए हैं।
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उन्होंने बताया कि यह सेवा करीब 10-12 दिनों तक जारी रहेगी, जिसके तहत पवित्र तीर्थस्थल के बाहरी हिस्से पर लगे सोने को प्राकृतिक रूप से धोया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सोना धोने के लिए रीठा उबालकर उसका पानी और नींबू का रस प्रयोग किया जाता है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक विधि है और इसमें किसी भी रसायन का उपयोग नहीं किया जाता है। सेवा के आरंभ में शिरोमणि कमेटी के निष्काम सेवक जत्थे से भाई इंद्रजीत सिंह, भाई गुरदयाल सिंह, भाई सुखबीर सिंह, भाई इकबाल सिंह और अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।
इस अवसर पर गुरदयाल सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि यह सेवा बर्मिंघम के गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था के प्रमुख भाई महिंदर सिंह द्वारा शुरू की गई है।