Punjab News: पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण राज्य की नदियाँ उफान पर हैं। फिरोजपुर ज़िले के कई गाँवों में बाढ़ का ख़तरा मंडरा रहा है। 2023 की बाढ़ में तबाह हुए किसान अभी उस स्थिति को भूले भी नहीं थे कि सतलुज ने फिर से उन पर अपना कहर बरपाया है।
सतलुज नदी के किनारे बसे धीरा घारा, तल्ली गुलाम, न्याला लवेरा, कमाल वाला, मुठियाँ वाला आदि गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अगर सतलुज का पानी इसी तरह बढ़ता रहा, तो यह कई और गाँवों को अपनी चपेट में ले लेगा। लोगों ने बताया कि वे अभी 23 की बाढ़ की भयावह यादों को भूले भी नहीं थे कि एक बार फिर सतलुज ने उन पर अपना कहर बरपाया है।
उन्होंने प्रशासन से माँग की है कि उनके लिए खाने-पीने की चीज़ें और पशुओं के लिए चारे का इंतज़ाम किया जाए ताकि उन्हें इस मार को झेलते हुए ज़्यादा तकलीफ़ न उठानी पड़े। उन्होंने यह भी मांग की कि हरिके हेड से आने वाले पानी को हुसैनीवाला हेड से आगे तक यथासंभव छोड़ा जाए ताकि इन गांवों में बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
आम आदमी पार्टी के विधायक रणबीर सिंह भुल्लर और एसडीएम फिरोजपुर भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात का जायजा लेने पहुंचे और कहा कि प्रशासन पूरी तरह तैयार है और प्रशासन की ओर से सभी इंतजाम किए गए हैं।
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अगर जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो लोगों की सभी ज़रूरतें पूरी हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि हरिके हेड से जो पानी पहुँच रहा है, उसे हुसैनीवाला से आगे सतलुज नदी के ज़रिए नहरों में छोड़ा जा रहा है।