Punjab News: खालसा का प्रसिद्ध त्यौहार होला मोहल्ला है, जहां तख्त श्री केशगढ़ साहिब, श्री आनंदपुर साहिब और शहर के अन्य गुरुद्वारों को रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाया जाता है।
इस बार खालसा के राष्ट्रीय पर्व होला मोहल्ला के अवसर पर विभिन्न सड़कों, मोहल्लों, पार्कों तथा विशेषकर तख्त श्री केसगढ़ साहिब से श्री आनंदपुर साहिब के विभिन्न गुरुद्वारों तक जाने वाली सड़कों व राजमार्गों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं तथा एक सुंदर दृश्य प्रस्तुत कर रहे हैं।
होला मोहल्ला सिख धर्म का एक लोकप्रिय त्योहार है, जो हर साल होली के तुरंत बाद श्री आनंदपुर साहिब (पंजाब) में मनाया जाता है। इस उत्सव की स्थापना दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1701 ई. में की थी। इसकी शुरुआत हुई थी।
होला मोहल्ला में सिख छात्र, निहंग सिंह और सिख योद्धा मार्शल आर्ट का प्रदर्शन करते हैं, जिसमें गतका, हथियार चलाना, घुड़सवारी, नकली युद्ध और ढोल बजाना शामिल होता है। यह त्यौहार खालसा पंथ की बहादुरी, शक्ति और आत्मरक्षा के लिए तत्परता का प्रतिनिधित्व करता है।
Rajasthan News: राजस्थान दिवस’ के अवसर पर सप्ताह भर वृहद् स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन
होला मोहल्ला सिर्फ एक धार्मिक त्योहार नहीं है, बल्कि सिखों का एक सांस्कृतिक और नाट्य उत्सव भी है, जिसमें कीर्तन, कवि दरबार, लंगर और धार्मिक प्रवचन शामिल होते हैं।
इस त्यौहार की विशेषता यह है कि इसे सिखों की होली माना जाता है, लेकिन इसमें रंगों की बजाय हथियारों और शौर्य का प्रदर्शन होता है। आज भी हर साल लाखों श्रद्धालु होला मोहल्ला के उत्सव में शामिल होने के लिए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचते हैं।