Punjab News: पीआरटीसी पनबस के करीब एक हजार कैजुअल कर्मचारियों ने मोहाली के फेज-6 स्थित बस स्टैंड पर पंजाब सरकार के खिलाफ धरना शुरू कर दिया। इस संबंध में जानकारी देते हुए यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रेशम सिंह ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने 2022 में कैजुअल कर्मचारियों को नियमित करने और विभाग में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अगर पंजाब सरकार अपने वादों से मुकरती है तो वे विरोध को और तेज करेंगे और पीआरटीसी के ठेका कर्मचारी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।
जनता दर्शन : बूढ़ी मां के दर्द को सुनकर द्रवित हुए सीएम योगी, कैंसर पीड़ित बेटे को भिजवाया अस्पताल
प्रदेश सचिव शमशेर सिंह ढिल्लों और संयुक्त सचिव जगतार सिंह ने कहा कि विभागों में घाटे में चल रही किलोमीटर स्कीम के तहत बसें उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है, जिससे बड़े ट्रांसपोर्ट माफिया को खुली छूट मिल रही है और लोगों की जान की कीमत पर विभागों को लूटने की नीयत से निजीकरण किया जा रहा है। परिवहन विभाग सार्वजनिक संपत्ति है, लेकिन अब सरकार और प्रबंधन पंजाब की सार्वजनिक संपत्ति को निजी व्यक्तियों को बेचकर पंजाब के लोगों को यात्रा सुविधाओं से वंचित करना चाहते हैं।