Punjab news: कीर्ति किसान यूनियन के राज्य सचिवालय समूह के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस मुख्यालय में एडीजीपी कम डायरेक्टर जांच ब्यूरो एलके यादव से मुलाकात की और संगरूर जिले में यूथ विंग के नेता निर्भय सिंह खाई पर हमला करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष निर्भय सिंह ढुडिके, महासचिव राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, प्रेस सचिव रमिंदर सिंह पटियाला, उपाध्यक्ष जतिंदर सिंह छीना और हरमेश सिंह ढेसी, वित्त सचिव जसविंदर सिंह झबेलवाली, सतवीर सिंह सुल्तानी और यूथ विंग के संयोजक भूपिंदर सिंह लोंगोवाल शामिल थे। आपको बता दें कि यूथ विंग के नेता निर्भय सिंह खाई पर 25 अप्रैल 2025 को लहरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत भू-माफियाओं द्वारा राजनीतिक मकसद से जानलेवा हमला किया गया था। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे और फिलहाल डीएमसी लुधियाना में उनका इलाज चल रहा है।
हालांकि 25 अप्रैल को लहरा थाने में 4 नामजद आरोपियों व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 109,126(2), 117(2),115(2),324(4),351(2), 191(3) व 190 के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन एक को छोड़कर अन्य सभी आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है और न ही हमले में इस्तेमाल हथियार व वाहन बरामद हुए हैं। संगठन के नेताओं ने कहा कि लहरा पुलिस सिंचाई मंत्री बीरेंद्र गोयल के राजनीतिक दबाव में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रही है।
किसान नेताओं ने कहा कि आरोपी पहले से ही इलाके में भूमाफिया के तौर पर लोगों की जमीनों पर कब्जे करने के लिए बदनाम हैं। खाई गांव में डेढ़ करोड़ रुपये की जमीन से जुड़े मामले में निर्भय सिंह खाई भूमाफिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पीड़ित के साथ लहरा थाने गए थे।
इससे नाराज होकर उन्होंने सुनियोजित योजना के तहत निर्भय सिंह खाई पर जानलेवा हमला कर दिया। किसान नेताओं ने कहा कि जनता की आवाज उठाने के बावजूद पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली के कारण लोगों में रोष है।
किसान नेताओं ने कहा कि एलके यादव ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही उन्होंने डीआईजी पटियाला रेंज डॉ. नानक सिंह और एसएसपी संगरूर सरताज सिंह चहल को दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।