Punjab News: पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PSPCL) ने हड़ताल पर जाने या सामूहिक अवकाश लेने वाले कर्मचारियों पर एस्मा लगा दिया है। PSPCL प्रबंधक ने अपने पत्र में कहा है कि सामूहिक अवकाश पर जाने वाले किसी भी कर्मचारी के खिलाफ इस अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी और सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के वित्तीय लाभ रोक दिए जाएँगे। PSEB कर्मचारी संयुक्त मंच और बिजली मुलज़म एकता मंच ने 11 से 13 अगस्त तक तीन दिनों का सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल करने का ऐलान किया है।
एस्मा कानून के बावजूद बिजली बोर्ड के कर्मचारियों की हड़ताल जारी है। कर्मचारियों का कहना है कि पिछली बैठक में वित्त मंत्री ने हमारी माँगें मान ली थीं, लेकिन प्रबंधन हमारी माँगें नहीं मान रहा है। इसलिए हम तीन दिन के सामूहिक अवकाश की घोषणा करके प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हमारी माँग है कि रिक्त पदों को भरा जाए, आउटसोर्स या कच्चे कर्मचारियों की भर्ती को स्थायी किया जाए, छूट अनुदान बढ़ाया जाए और इसके अलावा कुल 25 अन्य माँगें हैं।
अगर आने वाले दिनों में प्रबंधन हमारी माँगें नहीं मानता है, तो इस सामूहिक अवकाश को और बढ़ाया जा सकता है। पूरे पंजाब में लगभग 80 से 90 प्रतिशत कर्मचारी इस समय हड़ताल पर हैं। हम प्रबंधन के साथ बैठक से कभी नहीं भागे, लेकिन प्रबंधन हमारी मांगों पर अमल नहीं कर रहा है। बारिश का मौसम है, अगर लोगों को कोई परेशानी या असुविधा होती है, तो इसकी ज़िम्मेदारी प्रबंधन की होगी।
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हड़ताल का असर धुरी में भी देखने को मिला। अपनी मांगों को लेकर पंजाब भर के बिजली कर्मचारियों ने जहाँ 13 अगस्त तक हड़ताल पर रहने का ऐलान किया है, वहीं वे तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर भी गए हैं। गर्मियों में बिजली आपूर्ति प्रभावित होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धुरी में बिजली कर्मचारियों ने बिजली दफ्तर के सामने बैठकर धरना दिया और मांग की कि सरकार उनकी मांगों पर जल्द ध्यान दे, अन्यथा संघर्ष और तेज़ होगा, जिसकी ज़िम्मेदारी सरकार की होगी।