Punjab News: मोगा ज़िले के चक कनिया कलां गाँव का एक युवक बूटा सिंह लगभग एक साल पहले रोज़गार की तलाश में रूस गया था। उसके परिवार का कहना है कि वह अपनी आर्थिक स्थिति मज़बूत करने और परिवार की खुशहाली बढ़ाने के लिए विदेश गया था, लेकिन अब वह सफ़र एक बुरे सपने में बदल गया है।
परिवार के सदस्यों के अनुसार, रूस पहुँचने के कुछ ही समय बाद बूटा सिंह गलत हाथों में पड़ गया और बिना किसी सैन्य प्रशिक्षण के उसे सेना में भर्ती कर लिया गया। आरोप है कि उसे जबरन युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया, जहाँ वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
हाल ही में, उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह घायल दिखाई दे रहा था। वीडियो देखकर परिवार सदमे में है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले बूटा सिंह से वीडियो कॉल पर उनकी बात हुई थी, जहाँ वह अस्पताल के बिस्तर पर लेटा हुआ था और बहुत कमज़ोर और घबराया हुआ लग रहा था।
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बूटा सिंह के पिता ने कहा, “हमारे बेटे की हालत गंभीर है। उसने जीविकोपार्जन के लिए विदेश जाने का फैसला किया था, लेकिन अब उसकी जान को खतरा है। हमने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है और अधिकारियों से मुलाकात कर उसकी तत्काल भारत वापसी की अपील की है।”
परिवार का कहना है कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन और सांसदों से मदद की गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने सरकार से रूस में फंसे भारतीय युवाओं, खासकर बूटा सिंह जैसे युवाओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की भी अपील की है।
गाँव में माहौल गमगीन है। बूटा सिंह की माँ बेचैन हैं। परिवार ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत सरकार जल्द ही कार्रवाई करेगी और उनके बेटे को सुरक्षित घर वापस लाएगी।