Punjab news: पंजाब की धरती हमेशा से प्रेम, भाईचारे और एकता की मिसाल रही है। यहाँ सिख, हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और सभी धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं—एक ही मिट्टी की खुशबू में पले-बढ़े हैं। आज जब दुनिया धर्म के नाम पर बिखर रही है, पंजाब की मान सरकार ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि “सभी धर्म समान हैं।” यह वही धरती है जहाँ गुरु नानक देव जी ने सिखाया था, “मेरा कोई दुश्मन नहीं, मुझे किसी से कोई नुकसान नहीं।” आज पंजाब की मान सरकार उसी संदेश को आगे बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने साबित कर दिया है कि सरकार का एक ही सच्चा धर्म है: मानवता की सेवा।
मान सरकार ने पंजाब में सभी धर्मों के पवित्र स्थलों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। इसने सभी वर्गों के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना और निराश्रित व विधवा महिलाओं के लिए बिना किसी भेदभाव के पेंशन योजना भी शुरू की है। इसने सभी को समान स्वास्थ्य सेवा भी लगातार प्रदान की है। इन पहलों ने पंजाब में एक नई सोच को जन्म दिया है, जहाँ धर्म नहीं, मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है; जहाँ राजनीति नहीं, सेवा ही सर्वोच्च नीति है।
पंजाब सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक भव्य योजना, “मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना” शुरू की है। यह योजना केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि धार्मिक समानता और आपसी प्रेम का जीवंत उदाहरण है। इस योजना के तहत, सभी धर्मों के लोग अपने-अपने तीर्थ स्थलों का लाभ उठा सकते हैं। पवित्र स्थलों की निःशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की जाती है। सिख तीर्थयात्रियों के लिए – अमृतसर साहिब, पटना साहिब और हेमकुंट साहिब। हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए – हरिद्वार, मथुरा और वैष्णो देवी। मुस्लिम तीर्थयात्रियों के लिए – अजमेर शरीफ दरगाह। हर धर्म की गरिमा को बनाए रखते हुए, माननीय सरकार ने यह साबित कर दिया है कि हर रास्ता एक ही मंजिल – ईश्वर तक जाता है।
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पंजाब में मान सरकार द्वारा 6 नवंबर, 2023 को मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना शुरू की गई थी। पंजाब मंत्रिमंडल ने इस योजना के पहले चरण को मंजूरी दे दी है, जो 27 नवंबर से 29 फरवरी, 2024 तक चलेगा। इस योजना का बजट बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये कर दिया गया है। हाल ही में, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने धुरी से मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया, जो राज्य की एकता और जन कल्याणकारी योजनाओं की श्रृंखला को आगे बढ़ा रहा है। इस यात्रा के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 16,000 श्रद्धालुओं का चयन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना सभी वर्गों, धर्मों, विभिन्न आय वर्गों और क्षेत्रों के लोगों के लिए खुली है। यह सभी के लिए समान रूप से खुली है।
इस योजना ने पंजाब के कोने-कोने में एक सुंदर संदेश फैलाया है: धर्म अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन भावना एक है। जब कोई बुजुर्ग तीर्थ यात्रा से लौटता है, तो उसके होठों पर एक ही बात होती है, “मान सरकार ने हमारा धर्म नहीं, हमारी आस्था देखी।” यह योजना लोगों के दिलों को जोड़ रही है; जहाँ कभी दीवारें थीं, वहाँ अब प्रेम के पुल बन रहे हैं। पंजाब अब पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान का विजन पूरे भारत के लिए एक मिसाल है। उन्होंने दिखाया है कि “जब सरकार सभी के धर्मों का सम्मान करती है, तो न केवल राज्य बल्कि पूरा देश मजबूत होता है।”

